नई दिल्ली :भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के शासन काल में भारत आंशिक रूप से एक मुस्लिम राष्ट्र था और उनकी सरकार के दौरान शरिया का प्रावधान भारतीय संविधान का हिस्सा हुआ करता था.
हिंदुत्व को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान पर भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, 'मैं यह बात पूरी जिम्मेदारी से कहता हूं कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले कांग्रेस के दौरे-हुकुमत में भारत आंशिक रूप मुस्लिम राष्ट्र था. उस समय शरिया का प्रावधान संविधान का हिस्सा था. शरिया के प्रावधान को संविधान से ऊपर रखने के लिए सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को संसद में पलट दिया जाता था.'
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी का बयान सलमान खुर्शीद, राशिद अल्वी और राहुल गांधी द्वारा हाल के दिनों में दिए गए बयानों की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस देश में योजनाबद्ध और व्यवस्थित तरीके से झूठी खबरों के आधार पर अराजकता और अस्थिरता उत्पन्न कर हिंदुओं के प्रति घृणा उत्पन्न करना चाहती है.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि बयान, किताब, सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार और हिंसा, इन सबका एक साथ होना यह साबित करता है कि सोच समझकर यह बड़ा अभियान चलाया जा रहा है और यह एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है.
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी को वेद-पुराण की बजाय अपनी पार्टी के नेताओं द्वारा लिखी गई किताब पढ़नी चाहिए. उन्हें अपने नाना जवाहर लाल नेहरू द्वारा लिखी किताब 'डिस्कवरी ऑफ इंडिया' के पेज नंबर 74 पर, जो हिंदुओं के बारे में लिखा गया है, वह भी पढ़ना चाहिए.
उन्होंने कहा कि भारतीय समाज हनुमान जी की तरह अपनी शक्ति को स्मरण कर रहा है और अब भारत तेजी से बदल रहा है. यह बदलाव अयोध्या, केदारनाथ, काशी विश्वनाथ समेत हर जगह दिखाई दे रहा है.
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महाराष्ट्र में हिंसा को लेकर सुधांशु त्रिवेदी ने राज्य सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए. शिवसेना नेताओं के आरोपों पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार जिसे 3-3 रिमोट चला रहे हों, जो अंतर्विरोधों से भरी हो उसे डिरेल करने के लिए हमें कुछ करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि महाराष्ट्र वो राज्य है जहां के पूर्व गृह मंत्री गिरफ्तार हैं और पूर्व पुलिस कमिश्नर फरार हैं.
लिंचिंग को लेकर महबूबा मुफ्ती के ट्वीट पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए त्रिवेदी ने कहा कि वो बताएं कि 1990 में क्या हुआ था? उस समय तो देश के गृह मंत्री उनके पिताजी ही थे.