भोपाल। भाजपा द्वारा भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट से घोषित किए गए उम्मीदवार आलोक शर्मा के बयान को लेकर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने नोटिस जारी किया है. आयोग ने यह नोटिस मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बेस को जारी किया है. आयोग ने मुख्य सचिव से 21 दिन में जवाब मांगा है. भाजपा नेता आलोक शर्मा पर मुस्लिम समुदाय को धमकाने का आरोप है. दरअसल आलोक शर्मा ने पिछले दिनों रतलाम के जावरा में सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि धर्म विशेष के लोगों से मैं कहना चाहता हूं, क्योंकि तुम वोट तो हमें दोगे नहीं इसलिए तुम वोट डालने ही मत जाना." भाजपा नेता के इस विवादित बयान को लेकर कांग्रेस के मध्य प्रदेश मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हफीज ने 12 अगस्त को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा से शिकायत की थी.
आयोग ने 21 दिन में मांगा मुख्य सचिव से जवाब: मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हाफिज की शिकायत को लेकर भारत सरकार के अपर सचिव सुमन कुमार ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव को एक पत्र भेजा है. जिसमें मुख्य सचिव से पूरे मामले की जांच 21 दिनों में कराकर प्रतिवेदन भेजने के लिए कहा गया है. अब्बास हफीज ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि "मध्य प्रदेश के जावरा में 11 अगस्त को भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ था. इसमें बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक शर्मा ने मंच से भाषण देते हुए धर्म विशेष के लोगों को वोट न डालने की धमकी दी थी." भाजपा नेता द्वारा यह बयान अल्पसंख्यक वर्ग को धमकाने के लिए दिया गया. इससे साफ होता है कि वह धर्म विशेष को मतदान के अधिकार से वंचित करना चाहते हैं.