पटना : बिहार भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए नड्डा ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर टीकाकरण को लेकर लोगों के बीच भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे मौके पर भी विपक्ष ने राजनीति के अलावा कुछ नहीं किया. कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान बिहार से गायब रहने के आरोपों का सामना कर रहे तेजस्वी यादव ने पिछले हफ्ते दिल्ली में करीब एक महीने बिताने के बाद पटना लौटने पर कहा था कि वह अपने बीमार पिता लालू प्रसाद (राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष) की देखभाल कर रहे थे.
नीतीश कुमार सरकार की आलोचना करने के लिए यादव अक्सर ट्विटर का इस्तेमाल करते हैं. नड्डा ने कहा कि हम सेवा ही संगठन है, के साथ जीते हैं. हमारे कार्यकर्ताओं ने कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान बिना किसी घबराहट के जरूरतमंदों की मदद की. उन्होंने राजद और तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी मैंने कहा था कि वे कोरोना वायरस की पहली लहर में गायब रहे. शुरू में दिल्ली में बैठे रहे और चुनाव के समय ही केवल आकर बात करनी शुरू की थी. आज भी मैं देखता हूं कि कोई विपक्षी नेता नहीं दिखता और काम करते हुए अगर दिखते हैं तो वह भाजपा के लाखों कार्यकर्ता.
नड्डा ने केंद्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र करने के साथ ही तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे दुख के साथ यह कहना पड़ता है राजद के नेता बहुत सी बातें करेंगे. इनके पुराने ट्वीट निकालकर देखें. इन्होंने टीकाकरण को लेकर क्या बोला है. विपक्ष ने क्या बोला. उन्होंने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर टीकाकरण को लेकर लोगों के बीच भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे मौके पर भी विपक्ष ने केवल राजनीति के अलावा कुछ नहीं किया.
भाजपा नेता ने बिहार की राजधानी पटना से अपने संबंधों का उल्लेख करते हुए युवा पीढ़ी को कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल के दौरान की गई ज्यादतियों और लालू प्रसाद-राबड़ी देवी के 15 साल के शासन के दौरान अराजकता की याद दिलाने की आवश्यकता दोहराई. 1970 के दशक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय सदस्य रहे नड्डा ने कहा कि आपातकाल के दौरान कदम कुआं स्थित जयप्रकाश नारायण के घर जाने वाले रास्ते होकर जाना ही गिरफ्तारी का कारण बन जाता था.