नई दिल्ली : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी (BJP MP Dr Sudhanshu Trivedi) ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि भारत की राजनीति के सबसे पुराने पंडित जी के खानदान के 53 वर्षीय सतत युवा राहुल गांधी आदतन और फितरतन भारत, भारतीय समाज, आरएसएस एवं चीन के बारे में आधारहीन एवं अनर्गल बयान देने के आदि हो गए हैं. भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने चीन को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ हुए कांग्रेस पार्टी के समझौते को सार्वजनिक किए जाने की मांग भी की.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद चीन कूटनीति के क्षेत्र में अलग-थलग पड़ गया है. लेकिन, राहुल गांधी को बार-बार चीन की बातों पर इतना प्यार क्यों उमड़ आता है? क्या यह राजीव गांधी फाउंडेशन को मिले डोनेशन का अहसान है या चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ हुए करार का असर है कि वो भारत सरकार के साथ तकरार करने को तैयार रहते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के परिवार ने डोकलाम के दौरान चीन के राजदूत के साथ खाना ही नहीं खाया था बल्कि नेहरू ने अपने जमाने में चीन की सेना को खाने और रसद तक की मदद की थी.
उन्होंने कहा कि 1947 में हमारा पड़ोसी तिब्बत था, इसलिए इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस हमारे पास है. इतिहास में आपने सिर्फ भूल ही नही की है बल्कि यह अक्षम्य अपराध की श्रेणी में है. भाजपा प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सामरिक, कूटनीतिक और आर्थिक क्षेत्र में भारत ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. चीन की रुकावटों के बावजूद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का कद बढ़ा है. तमाम कोशिशों के बावजूद कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में कोई प्रस्ताव नहीं आ पाया.
राहुल गांधी द्वारा आरएसएस की आलोचना पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरु ने चीन युद्ध के दौरान आरएसएस की मदद की तारीफ की थी और संघ को 26 जनवरी के परेड में भी शामिल किया था. सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस को विपक्ष के तौर पर अपनी भूमिका निभाना नहीं आता है. उन्होंने अजीज कुरैशी के बयान की आलोचना करते हुए राहुल गांधी से यह सवाल पूछा कि यह नफरत की दुकान है या मुहब्बत की दुकान है? राहुल गांधी ने अभी तक इनके खिलाफ क्या कार्रवाई की?