बेंगलुरु : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शुक्रवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री आर. अशोक को कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में चुना. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम, भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र और पूर्व मुख्यमंत्रियों बी. एस. येदियुरप्पा तथा बसवराज बोम्मई विधायक दल की बैठक में मौजूद थे. बैठक में अशोक को राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में चुना गया.
भाजपा के सात बार विधायक रहे अशोक जुलाई 2012 से मई 2013 तक भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री थे. भाजपा के वरिष्ठ नेता को कैबिनेट सदस्य के रूप में पांच मुख्यमंत्रियों के साथ काम करने का मौका मिला. एक मंत्री के रूप में उन्होंने गृह, राजस्व, नगरपालिका प्रशासन, परिवहन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण जैसे विभिन्न विभागों का कार्यभार संभाला था.
अशोक पार्टी में एक प्रमुख वोक्कालिगा समुदाय का चेहरा हैं. यह समुदाय विशेष रूप से कर्नाटक के दक्षिणी हिस्सों जैसे बेंगलुरु, चिक्कबल्लापुरा, मैसुरु, मांड्या, चामराजनगर, रामानगर, कोलार, तुमकुरु और चिक्कमगलुरु में फैला हुआ है. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पिछले सप्ताह वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र की नियुक्ति की घोषणा की थी. येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय से आते हैं. कर्नाटक विधानसभा की 224 सीट के लिए इस साल मई में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त जीत के साथ भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया था. कांग्रेस ने 135 सीट, भाजपा ने 66 और जनता दल (सेक्युलर) ने 19 सीट पर जीत दर्ज की थी.