फरीदाबाद: नूंह हिंसा के आरोपी और गौ रक्षा बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिट्टू बजरंगी के भाई की मौत हो गई. दिल्ली एम्स में उनके छोटे भाई महेश ने आखिरी सांस ली. दरअसल 13-14 दिसंबर की रात बिट्टू बजरंगी का भाई लगभग 1 बजे अपने घर आ रहा था. घर से कुछ ही दूरी पर बिट्टू बजरंगी के भाई को कुछ लोगों ने रोक लिया और उससे पूछा कि क्या तुम बिट्टू बजरंगी के भाई हो, तो महेश ने कहा कि हां मैं बिट्टू बजरंगी का भाई हूं. ये बातें बिट्टू बजरंगी के भाई ने पुलिस को बताई थी.
इतना कहते ही बदमाशों ने महेश ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी. आग लगने के बावजूद भी बिट्टू बजरंगी का भाई महेश अपने घर पहुंचा और घर के दरवाजे पर जोर-जोर से चिल्लाने लगा. चिल्लाने की आवाज सुनकर पूरा परिवार गेट की तरफ भागा. परिवार ने देखा कि महेश पूरी तरह से झुलसा पड़ा है. जिसके बाद उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डॉक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रेफर कर दिया.
फरीदाबाद नागरिक बादशाह खान अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया. दिल्ली एम्स में महेश का इलाज चल रहा था. महेश की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी. आखिर में महेश जिंदगी की जंग हार गया. महेश को जब अस्पताल में भर्ती करवाया गया. तब उसने पुलिस के सामने अपना बयान भी दर्ज करवाया था. जिसमें महेश ने बताया कि वो देर रात अपने काम से घर लौट रहा था. तब उसे जिंदा जला दिया गया था.
महेश के मुताबिक बाबा मंदिर स्थित चाचा चौक पर कुछ लोग उसके पास आए और महेश से पूछा कि तुम बिट्टू बजरंगी के भाई हो? महेश ने कहा कि हां मैं बिट्टू बजरंगी का छोटा भाई हूं. इसके बाद बदमाशों ने उसे चारों तरफ से घेर लिया और पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी. जलता हुआ महेश अपने घर की तरफ भागा. हालांकि वो बदमाशों को पहचान नहीं पाया.