नई दिल्ली :देश में बर्ड फ्लू का कहर बढ़ता ही जा रहा है. राजस्थान में रविवार को 428 पक्षियों की मौत दर्ज हुई है, जिसके बाद कुल मौत का आंकड़ा बढ़कर 2,950 पहुंच गया है, इनमें 2,289 कौए, 170 मोर, 156 कबूतर और 335 अन्य पक्षियों की मौत हुई है. बर्ड फ्लू से ज्यादातर कौओं की मौत हो रही है. केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तराखंड में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है.
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रीगिरिराज सिंह ने कहा कि बर्ड फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है. अब तक किसी भी आदमी में इसके लक्षण नहीं दिखे हैं. मीट, अंडे को अच्छे से पकाकर खाएं. उन्होंने विश्व पशु संगठन का हवाला देते हुए कहा कि चिकन खाने से कोई दिक्कत नहीं होगी. सभी से मेरा आग्रह है कि इसपर अफवाह फैलाने से बचें. बर्ड फ्लू को लेकर देश में पैनिक सा बन गया है.
गिरिराज सिंह ने कहा कि यह प्रवासी पक्षियों से जंगली पक्षियों में आता है. जंगली पक्षियों से कमर्शियल बर्ड में प्रवेश कर जाता है. राज्यों की हम हर संभव मदद कर रहे हैं. कंट्रोल रूम बना दिए गए हैं. अक्टूबर में ही हमने राज्यों को एडवाइजरी जारी कर दी थी. राज्य जितना जल्दी नियंत्रण पा लें, उतना अच्छा रहेगा. दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार ने गाजीपुर मुर्गा मंडी को बंद कर दिया है, जिससे देश में हाहाकार मच गया है.
सभी राज्यों को भेजी बर्ड फ्लू की गाइडलाइन
गिरिराज ने कहा कि हमारे मंत्रालय के सचिव ने दिल्ली सहित सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर बर्ड फ्लू की गाइडलाइन भेजी है. पत्र में ये भी लिखा है कि बर्ड फ्लू को लेकर खौफ पैदा न करें. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा गाजीपुर मुर्गा मंडी बंद करने से पोल्ट्री के किसानों की कमर टूट गई है. इससे मक्के के किसान भी बर्बाद हो गए क्योंकि पोल्ट्री और मक्का एक दूसरे के पूरक हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को मैं पत्र लिख रहा हूं कि इस तरह का कोई निर्णय मत लीजिए, जिससे पैनिक फैल जाए. मैं कहना चाहता हूं कि 2006 में पहली बार देश में बर्ड फ्लू ने दस्तक दी थी और आज तक किसी भी आदमी में यह ट्रांसफर नहीं हुआ है.
दिल्ली : 8 नमूनों की पुष्टि
मध्यप्रदेश के 18 जिलों तक पहुंचा बर्ड फ्लू
मध्यप्रदेश में कौओं की मौत बर्ड फ्लू के चलते हो रही है, इसका खुलासा जांच रिपोर्ट से हुआ है. राज्य में बर्ड फ्लू का दायरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. अब तक 18 जिलों के पक्षियों में बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हो चुकी है.
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि प्रदेश में अब तक 18 जिलों- इंदौर, मंदसौर, आगर, नीमच, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगौन, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, भोपाल, होशंगाबाद, अशोकनगर, दतिया और बड़वानी में कौओं और जंगली पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है.
प्रदेश के विभिन्न जिलों से 328 सैम्पल राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला (एनआईएचएसएडी) जांच के लिए भेजे जा चुके हैं. अलीराजपुर जिले से भेजे गये नमूनों में बर्ड फ्लू वायरस नहीं पाया गया है. सभी जिलों में रोग नियंत्रण की कार्यवाही राज्य और केन्द्र शासन द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार की जा रही है.
कुक्कुट कारोबार एक सप्ताह के लिए बंद
बर्ड फ्लू के कारण ही केरल सहित अन्य दक्षिण भारत के राज्यों से कुक्कुट सामग्री के परिवहन को प्रतिबंधित किया गया है. वहीं इंदौर, नीमच व आगर मालवा के चिन्हित स्थानों पर कुक्कुट कारोबार को एक सप्ताह के लिए बंद किया गया है.
पोल्ट्री फार्मो की जैव-सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश
केंद्र सरकार बर्ड फ्लू के प्रकोप के मद्देनजर नजर राज्यों को पोल्ट्री फार्मो की जैव-सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. केंद्रीय पशुपालन, मत्स्यपालन और डेयरी मंत्रालय ने बीते रविवार को बताया कि राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से जलाशयों, पक्षियों के बाजार, चिड़ियाखाना और पोल्ट्री फार्मो की निगरानी बढ़ाने और पोल्ट्री फार्मो की जैव-सुरक्षा कड़ी करने का आग्रह किया गया.
जागरूकता फैलाने का आग्रह
मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि राज्यों से पक्षियों के इन्फ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू के संबंध में भ्रामक सूचना से दूर रहने और लोगों में जागरूकता फैलाने का भी आग्रह किया गया है.
हरियाणा सरकार ने नौ रैपिड रिस्पांस टीम तैनात की
जानकारी के अनुसार, हरियाणा के पंचकूला जिला स्थित दो पोल्ट्री फार्मों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद राज्य सरकार ने नौ रैपिड रिस्पांस टीम तैनात कर दी और वहां रोकथाम के उपायों को अमल में लाया जा रहा है.
गुजरात, राजस्थान, हिमाचल का हाल
मंत्रालय ने बताया कि गुजरात के सूरत, और राजस्थान के सिरोही जिला में भी कौव्वा/जंगली पक्षी में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है.
वहीं, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले से फिर 86 कौव्वों और दो बगुलों की असामान्य मौत की रिपोर्ट है. इसके अलावा, जंगली पक्षियों की असामान्य मौत की रिपोर्ट नाहन, बिलासपुर और मंडी से भी मिली है और नमूने निर्धारित प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए हैं.
बर्ड फ्लू की पुष्टि
केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में पुष्टि हो चुकी है. दिल्ली और महाराष्ट्र से लिए गए नमूनों की रिपोर्ट की पुष्टि कर दी गई है. गुजरात में भी बर्ड फ्लू मिला है.
महाराष्ट्र के परभणी में 800 पक्षियों की मौत
महाराष्ट्र के परभणी जिले में 800 पक्षियों की मौत हो गई है. नमूनों को परीक्षण के लिए पुणे की प्रयोगशाला में भेजा गया था, बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. नागपुर, मुंबई और लातूर जिलों में कौवे, तोते, मुर्गियां और बगुले भी मरे मिले हैं. ठाणे, बीड रत्नागिरी जिले के दापोली में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है.