बाड़मेर.बिपरजॉय चक्रवात ने गुजरात के बाद राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके बाड़मेर में जमकर अपना कहर बरपाया है. चक्रवात की वजह से हुई बारिश के चलते जिले के चौहटन सेड़वा धनाऊ धोरीमन्ना के कुछ इलाकों में जलभराव की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. जिसकी वजह से यहां के लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड रही है तो वहीं अब चक्रवात ने अपना कहर नए जिले बालोतरा में अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. यहां के सिवाना, बालोतरा, समदड़ी समेत आसपास के इलाकों में शनिवार रात से लगातार बारिश का दौर जारी है. बारिश की वजह से समदड़ी सीएचसी (कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर) में पानी घुस गया है. जिसके चलते मरीजों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ी. हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद पानी की निकासी की जा रही है. ऐसे में प्रशासन ने इस क्षेत्र में अब एनडीआरएफ की टीम को तैनात किया है. जलभराव वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है.
तूफानी हवा के साथ बारिश से सिवाना क्षेत्र के सभी नदियां व तालाब पानी से लबालब हो गए हैं. जिले के मेली बांध में पानी की आवक शुरू हो गई. एनडीआरएफ की टीम भी अलर्ट मोड़ पर रखा गया है. सेना की टुकड़ी को भी तैनात किया गया है. जिला प्रशासन लगातार हालातों पर नजर बनाए हुए है. चक्रवात की वजह से जिले में हुई बारिश की वजह से डिस्कॉम को भारी नुकसान पहुंचा है. डिस्कॉम के मीडिया प्रभारी रमेश पवार से मिली जानकारी के अनुसार जिले में तेज हवाओं और बारिश की वजह से लगभग 700 विद्युत के पोल गिर गए हैं. अब तक डिस्कॉम को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है.
उन्होंने बताया कि अब तक करीब 400 गांव में बिजली नहीं है, जिसे सुचारू करने का काम प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है. चक्रवात की वजह से बीते 2 दिनों से हो रही बारिश का दौर अब जिले के कई इलाकों में थम गया है. जिसके चलते लोगों को कुछ राहत मिली है, लेकिन आसमान में बादल छाए होने के साथ ही रुक-रुक कर हवाओं का दौर निरंतर जारी है. फिलहाल जिले के चौहटन सेड़वा , धनाऊ, धोरीमन्ना के कुछ इलाकों में अभी भी जलभराव के हालात बने हुए हैं.