शहडोल (मध्यप्रदेश) : क्या आपने कभी ये सोचा है कि आप अपने पोषण वाटिका या अपने खेतों में ऐसी फूलगोभी की भी खेती आसानी से कर सकते हैं, जो न केवल कुपोषण से जंग लड़ने में आपके लिए सहायक होगी, बल्कि आपके इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी मददगार होगी. दिखने में रंग बिरंगी होगी तो वहीं कई पोषक तत्वों से भरपूर होगी. इतना ही नहीं किसान इससे मालामाल भी हो सकते हैं. ईटीवी भारत हर समय अपके लिए अलग-अलग तरह की चीजे लेकर आता रहता है. आज आपको बायोफोर्टीफाइड गोभी के बारे में बताएंगे, जिन जानकरियों से आप भी लाभ उठा सकते हैं.
ये कोई साधारण गोभी नहीं, पोषक तत्वों की भरमार है
खाद्य वैज्ञानिक डॉक्टर अल्पना शर्मा बताती हैं कि कुपोषण की समस्या को ध्यान में रखते हुए ये नया प्रयोग किया गया है, जिससे खेतों में पोषण वाटिका में इस स्पेशल गोभी को लगाया जा सके, क्योंकि ये रंग बिरंगी दिखने वाली गोभियां सेहत के लिए काफी गुणकारी हैं. ये बायोफोर्टीफाइड गोभियां हैं. बायोफोर्टीफाइड से आप समझ सकते हैं कि उसमें कुछ तत्व ऐसे हैं, जो साधारण गोभियों की तुलना में कई गुना ज्यादा हैं. जैसे हम लोगों ने इस बार यहां ट्रायल के तौर पर पीली कलर की गोभी, पर्पल कलर, ब्रोकली हरे कलर की गोभी लगाई है, तो आपको इनके रंग से ही इसकी जानकारी हासिल हो जाएगी. वैसे भी ब्रोकली एंटीऑक्सिडेंट रिच होता है, हमारे शरीर में जो भी खराब तत्व होते हैं. उसे बाहर निकालने का काम ये करता है. एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है. ये गोभियां लोगों की सेहत के लिहाज से बहुत फायदेमंद हैं.
पीले-पर्पल कलर की गोभी पोषक तत्वों से भरपूर
पीले रंग की गोभी में कैरोटीन रिच होता है, हर कोई जानता है कि कैरोटीन हमारे शरीर के लिए कितना फायदेमंद होता है. पर्पल कलर की गोभी में जैन्थोसायनिन रिच होती है, तो ये भी हमारे सेहत लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है. सभी के लिए चाहे वो फिर किसी भी एज ग्रुप की हों, चाहे बच्चे हो, बुजुर्ग हों, या फिर चाहे कोई भी हो, अगर कोई व्यक्ति बीमारी से लड़ रहा हो तो उसके लिए भी ये बहुत फायदेमंद है. यह सभी तरह की गोभियां बायोफोर्टिफाइड हैं और यह हमारे सेहत के लिए बहुत ज्यादा लाभदायक हैं.
कुपोषण को दूर भगाने में होगा सहायक
खाद्य वैज्ञानिक डॉक्टर अल्पना शर्मा बताती हैं कि ये बायोफोर्टिफाइड गोभियां पोषक तत्वों से परिपूर्ण हैं, हमारे जिले में कुपोषण की समस्या चल रही है. जिसमें देखा जा रहा है कि बच्चों में खास कर विटामिन ए की कमी है. आयरन की कमी है, इन सभी चीजों के लिए बायोफोर्टीफाइड क्रॉप का प्रचलन लाना होगा. हमारी खेती किसानी में इनको ज्यादा से ज्यादा बढ़ाना होगा. घर-घर की पोषण वाटिका तक ले जाना होगा और अगर इसका इस्तेमाल आम लोगों में बढ़ता है, तो कुपोषण से लड़ाई में भी ये कारगर साबित होगा.
इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर
खाद्य वैज्ञानिक डॉक्टर अल्पना शर्मा का कहना है कि ये विशेष प्रकार की गोभियां इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर हैं. यह हमारे शरीर में रोगों से लड़ने की ताकत देती हैं. तो एक तरह से ये हमारे शरीर के इम्यूनिटी को बढ़ाता है. जो कोरोना के समय में बोला जा रहा है कि इम्यूनिटी आपको हाई रखनी है, तो इम्यूनिटी हाई रखने के तरीके में आप बायोफोर्टीफाइड क्रॉप पर जा सकते हैं.