वाशिंगटन: अमेरिका में बड़े पैमाने पर ग्रीन कार्ड बैकलॉग को खत्म करने के लिए सांसदों के एक समूह ने कांग्रेस में लगभग 380,000 अप्रयुक्त परिवार और रोजगार-आधारित वीजा को वापस लेने के लिए एक विधेयक पेश किया है, इसका उद्देश्य भारत और चीन जैसे देशों के अप्रवासियों को राहत देना है. हाउस इमिग्रेशन एंड सिटिजनशिप उपसमिति (House Immigration and Citizenship Subcommittee) के अध्यक्ष जो लोफग्रेन (Zoe Lofgren)द्वारा पेश किया गया जम्पस्टार्ट अवर लीगल इमिग्रेशन सिस्टम एक्ट, लगभग 222,000 अप्रयुक्त परिवार-प्रायोजित वीजा और लगभग 157,000 रोजगार-आधारित वीजा को पुनः प्राप्त करने का प्रस्ताव है.
इसके अलावा यह अप्रवासी अमेरिकी निवासियों को एक शुल्क अदा करने के बाद कानूनी स्थायी निवास (Lawful Permanent Residents) में समायोजन के लिए पात्र बनाएगा. वर्तमान में उपलब्ध वीजा संख्या की कमी के कारण ऐसा संभव नहीं है. इससे व्यक्तियों को वीज़ा नंबर उपलब्ध होने की प्रतीक्षा करते समय कार्य प्राधिकरण प्राप्त करने की अनुमति देगा और आश्रित बच्चों को एलपीआर स्थिति के लिए भी अर्हता प्रदान करेगा. यह कानून उन अप्रवासियों को सहायता पहुंचाने का भी प्रयास है जो अमेरिका में अप्रवासी वीज़ा संख्यात्मक सीमाओं से छूट प्राप्त करते हैं और यदि उनकी अप्रवासी वीज़ा याचिका को दो साल के लिए अनुमोदित किया गया है और वे एक पूरक शुल्क का भुगतान करते हैं तो उन्हें ग्रीन कार्ड की सुविधा मुहैया करायी जा सकेगी.
इसके सह-प्रायोजक हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी के अध्यक्ष जेरोल्ड नाडलर (Jerrold Nadler) और कांग्रेसी जूडी चू (Judy Chu ) और कांग्रेसी रिची टोरेस (Ritchie Torres) हैं. लोफग्रेन ने कहा, हम सभी जानते हैं कि हमारी आव्रजन प्रणाली खराब है और दशकों से इसमें सुधार की बेहद आवश्यकता है. अप्रवासी वीजा आवंटित करने के लिए बुनियादी ढांचा 20 वीं शताब्दी के मध्य में वापस आता है और 1990 में पिछली बार इसे अपडेट किया गया था जब कांग्रेस ने वीजा पर दुनिया भर में संख्यात्मक सीमा और 7 प्रतिशत प्रति-देश कैप लगायी थी और वही व्यवस्था वर्तमान में भी मौजूद है. समय के साथ इन सीमाओं ने बैकलॉग पैदा किया है जिसकी 1990 में कल्पना भी नहीं की जा सकती थी.
जम्पस्टार्ट हमारा कानूनी आव्रजन प्रणाली अधिनियम बैकलॉग को कम करेगा जिससे अप्रवासियों को अपने समुदायों और हमारी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में पूरी तरह से योगदान देने में मदद मिलेगी, इसके साथ ही अमेरिकी कंपनियों को कुशल श्रमिकों को आकर्षित करने और बनाए रखने में भी मददगार होगा. इससे प्रतिस्पर्धात्मक लाभ और नवाचार में वैश्विक नेता के रूप में अमेरिका की स्थिति में मजबूत होगी.