Mission Chandrayaan 3: इसरो की स्वाति कलेक्ट कर रही चंद्रयान 3 का मुकम्मल डाटा, बिलासपुर से है ये नाता
Mission Chandrayaan 3 बिलासपुर की बेटी स्वाति स्वर्णकार चंद्रयान-3 का हिस्सा हैं. भारत के चांद पहुंचने तक का डाटा कलेक्ट की टीम का स्वाति हिस्सा हैं. स्वाति बचपन से ही कुछ अलग करना चाहती थी.
बिलासपुर:चंद्रयान 3 की सफलता का पूरा देश जश्न मना रहा है. मिशन मून में बिलासपुर के दो लोग शामिल हैं. एक बिलासपुर के श्रीवास परिवार का लड़का. दूसरा स्वर्णकार परिवार की लड़की. ये दोनों ही मिशन चंद्रयान-3 का हिस्सा हैं. दोनो ही चंद्रयान 3 के में अहम भूमिका निभा रहे है. एक रॉकेट का ढांचा तैयार करने में सहयोगी बना है. तो दूसरी चंद्रयान-3 के धरती से उड़ने से लेकर चंद्रमा में लैंड करने तक का डाटा कलेक्ट कर रही है. यह दोनों ही परिवार आज खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
बिलासपुर की बेटी कर रही डाटा कलेक्ट: बिलासपुर के तेलीपारा मेडिकल कॉम्प्लेक्स में रहने वाले रिटायर्ड ऑफिसर राम सिंह स्वर्णकार की बेटी स्वाति स्वर्णकार इसरो में वैज्ञानिक हैं. स्वाति चंद्रयान-3 के द्वारा भेजे जाने वाले डाटा को कलेक्ट करने वाले टीम की सदस्य हैं. स्वाति ने अपनी स्कूली शिक्षा मोहंती स्कूल और इंजीनियरिंग बिलासपुर के सरकारी इंजीनियरिंग कालेज से की है. बीई करने के के बाद एम. टेक रूड़की से की है. इसके बाद वह कानपुर आईआईटी से पीएचडी की है.
जानिए क्या कहते हैं स्वाति के माता-पिता: साल 2016 से स्वाति इसरो में वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत हैं. स्वाति का पूरा परिवार चंद्रयान-3 की सफलता और इस टीम में स्वाति के शामिल होने पर खुद को गौरांवित महसूस कर रहा है. स्वाति के पिता राम सिंह स्वर्णकार और उनकी मां गुलाब स्वर्णकार ने स्वाति की सफलता के लिए उसकी मेहनत को श्रेय दिया है. पिता ने बताया कि "स्वाति हमेशा ही कुछ बड़ा करना चाहती थी. स्वाति ने हमेशा ही अपने काम और अपने परिवार दोनों को समान महत्व दिया है. स्वाति हमेशा से ही एक होशियार बच्ची थी. वो पढ़ाई में हमेशा व्यस्त रहती थी.
स्वाति बचपन से ही होशियार थी. वो हमेशा कुछ अलग करना चाहती थी. स्वाति ने हमेशा परिवार और काम दोनों को महत्व दिया है. -राम सिंह स्वर्णकार, स्वाति के पिता
बता दें कि भारत का मिशन चंद्रयान सफल हो गया है. चंद्रयान -3 की लैंडिंग चांद के सतह पर हो चुकी है. अब अगले चार दिनों तक लगातार चंद्रमा से डाटा भेजा जाएगा. साथ ही चंद्रमा से जुड़ी जानकारी इसरो कलेक्टर करेगा. चंद्रयान-3 के माध्यम से कई अहम जानकारियां मिलेंगी. इन जानकारियों को देश और दुनिया जानना चाहती हैं. चंद्रयान-3 में देश के कई महान वैज्ञानिक सालों से कम कर रहे हैं. इसके प्रक्षेपण से लेकर चांद में पहुंचने तक सभी वैज्ञानिक लगातार इसकी मॉनीटरिंग के साथ ही इसकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे.