कटिहार :बिहार के कटिहार जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर प्राणपुर प्रखंड का जल्ला हरिरामपुर गांव पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारतके सपने को साकार कर रहा है. यहां की आबादी लगभग 1500 है. लेकिन यहां की खास बात यह है कि इस गांव की अधिकांश महिलाएं आत्मनिर्भर हैं. हम आत्मनिर्भर की बात इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि यहां की महिलाएं खेती-बाड़ी संभालने के साथ-साथ कुटीर उद्योग के माध्यम से रोजाना 200 रुपये कमाकर अपना घर-परिवार चला रही हैं.
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कटिहार का 'आत्मनिर्भर गांव'
गांव के आत्मनिर्भर बनने की कहानी जनवरी 2021 महीने से शुरू हुई है. गांव के अधिकांश परिवार खेती पर निर्भर हैं. मगर इस इलाके में बाढ़ के कारण उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ता है. महज 50 मीटर की दूरी पर महानंदा नदी है और नदी के किनारे ही यह गांव बसा हुआ है. यह गांव देखने में देश के अन्य गांवों की तरह है. लेकिन, यहां के लोग बेहद खास हैं.
यहां हर घर में हुनरमंद लोग
इस गांव के महिलाओं के हाथ में जो हुनर है, वह इन्हें देश के बाकी गांव से अलग करता है. यहां के हर घर में हुनरमंद लोग मिलते हैं. चाहे झाड़ू बनाना हो या केले के तने से रेशा निकालकर उसका सामान बनाना (तौलिया, गमछा, डोरमेट आदि), चाहे दूध के प्रोडक्ट (पनीर, पेड़ा, मिल्क केक, दूध, दही) बनाना हो या फिर जूट से चटाई, पर्दा आदि बनाना हो, यहां हर महिलाओं के हाथ में हुनर है.