पटना:शनिवार को राज्य में दूसरे चरण के बिहार लोक सेवा आयोग से अनुशंसित करीब एक लाख शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच नियुक्ति पत्र बांटे गए. राजधानी पटना के गांधी मैदान में राज्य स्तरीय शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण समारोह आयोजित किया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने हाथों से 26925 नवनियुक्ति शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटा.
शिक्षकों को CM नीतीश ने सौंपा नियुक्ति पत्र:गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में बिहार के सीएम नीतीश कुमार के अलावा, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर समेत कई मंत्री और विधायक मौजूद रहे. पूरे बिहार में 90 हजार से ज्यादा शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण किया गया. अकेले पटना में 16 जिलों के नव नियुक्त शिक्षकों को सीएम नीतीश ने नियुक्ति पत्र प्रदान किया.
'खुशी है कि दूसरे प्रदेशों के लोग शिक्षक बने हैं' : कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 51% महिलाओं की नियुक्ति हुई ही, हमने कितना ज्यादा महिलाओं प्रोत्शाहित किया, आप देख सकते हैं. दो महीना पहले 1.20 लाख शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया था. हमने शुरु से कहा था बहाली में दूसरे प्रदेशों के लोग भी शामिल होंगे. कई लोगों ने इसका विरोध किया था. आज विभिन्न प्रदेशों के लोग शिक्षक बने हैं, काफी खुशी है. बिहार के लोग भी दूसरे प्रदेशों में नौकरी करते हैं.
''अब जल्द ही नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनाएंगे. इसके लिए 3 बार एक सामान्य परीक्षा ली जाएगी. आप देख रहे हैं कितनी बड़ी संख्या में सरकारी नौकरी में बहाली हो रही है. 3.60 लाख से अधिक बहाली हो गई है. जल्द यह 5 लाख भी पूरा होगा. 10 लाख से अधिक सरकारी नौकरी देंगे. हमलोग काम में लगे हुए हैं, जो भी होगा बहुत तेजी से काम होगा.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
'हमलोगों ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया' :उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि आज हमलोगों ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का काम किया है. 70 दिन का भीतर एक ही विभाग में 2 लाख से अधिक नौकरी दी गई. बड़ी खुशी की बात है कि मुख्यमंत्री जी ने इसी गांधी मैदान में कहा था 10 लाख सरकारी नौकरी देंगे. उस ओर कदम काफी आगे तक बढ़ चुका है. आप अपनी मेधा से चयनित हुए हैं, आपसे बहुत उम्मीदें हैं. हम लोग कलम बांट रहे है और कुछ लोग तलवार बांटने में लगे हैं.
''इस ठंडी में कई लोग हैं जिनका धुआं निकल रहा है. हम लोग जनता के मुद्दे पर काम कर रहे हैं. दूसरे प्रदेशों की सरकारों को इससे सीखना चाहिए. बिहार में नीतीश सरकार की पॉलिसी है की पढ़ोगे तो भी नौकरी मिलेगी, खेलोगे तो भी नौकरी मिलेगी. बिहार के विकास की चर्चा नहीं हो रही.''- तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री, बिहार
'बिहार परिवर्तन की भूमि'- शिक्षा मंत्री: इस मौके पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि,''बिहार परिवर्तन की भूमि है, शिक्षा के क्षेत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो काम किए हैं, वह देशभर में नजीर बना है. कुछ लोग नफरत बांटने में लगे हुए हैं और हम लोग नियुक्ति पत्र बांट रहे हैं. केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा मिला होता तो बिहार विकास में अलग मुकाम पर होता.''