पटना:बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पांचवें और आखिरी दिन भी विपक्ष का जोरदार हंगामा जारी रहा. सदन से लेकर सड़क तक सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया गया और बीजेपी ने राजभवन मार्च किया. राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन सौंपा गया.दरअसल गुरुवार को बीजेपी ने विभिन्न मुद्दों को लेकर विधानसभा का घेराव किया था. इस दौरान पुलिस और बीजेपी नेताओं के बीच नोक झोंक हो गई और पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था. वहीं इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी चुप्पी तोड़ी है.
पढ़ें-Lathi Charge On BJP Leaders: 'जिस एमपी का टिकट कटने वाला हो, उसने खुद पर लाठी चार्ज करवा लिया हो'- RJD ने ली चुटकी
बीजेपी पर लाठीचार्ज पर नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया: नीतीश कुमार से जब लाठीचार्ज को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने सवाल को अपने दूसरे मंत्रियों के पाले में डाल दिया. ऐसे भी नीतीश कुमार सधी हुई प्रतिक्रिया देते हैं. उनके बयानों को समझना आसान नहीं होता है. नीतीश कुमार से जब मीडिया ने पूछा कि बीजेपी पर लाठीचार्ज मामले में एफआईआर हो चुका है तो नीतीश ने कहा कि बता देगा ना.. इस दौरान उनके साथ मंत्री अशोक चौधरी और विजय कुमार चौधरी भी थे.
सवाल पर चुप्पी साध गए मुख्यमंत्री:ऐसे में सवाल उठता है जिस मामले को लेकर इतना हंगामा हो रहा है, विपक्ष राज्यपाल को ज्ञापन तक सौंप चुका है, सड़क से सदन तक हंगामा बरप रहा है, ऐसे में नीतीश कुमार ने कुछ भी क्यों नहीं कहा. सूबे के मुखिया इस मामले पर कहने से बचते दिखे. अब सवाल उठता है कि आखिर नीतीश कुमार मामले को लेकर कुछ नहीं बोलेंग तो कौन बोलेगा?
नित्यानंद राय का बड़ा हमला: इससे पहले केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय पर ने नीतीश कुमार पर बड़ा हमला करते हुए जनरल डायर जैसी क्रूरता करने का आरोप लगाया था. नित्यानंद राय ने कहा कि बिहार सरकार न्याय मांगने वाले लोगों का साथ देने वालों को टारगेट कर रही है. बिहार में जंगलराज-3 के आगमन का भी नित्यानंद राय ने दावा किया.
गुरुवार को बीजेपी पर लाठीचार्ज: बता दें कि गुरुवार को विधानसभा का घेराव करने पहुंचे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने डाक बंगला चौराहा के पास रोक दिया था. समझाने के बावजूद कार्यकर्ता जिद पर अड़े रहे तो पुलिस को वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा.इस दौरान कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए.
बीजेपी कार्यकर्ताओं के हंगामे को देखते हुए पुलिस ने उग्र रुख अख्तियार करते हुए लाठीचार्ज कर दिया.लाठीचार्ज होते ही कार्यकर्ता इधर-उधर भागने लगे. कई कार्यकर्ताओं को सिर पर चोट लगी.ऐसे कार्यकर्ताओं का वीडियो भी कैमरे में कैद हुआ. एक कार्यकर्ता की लाठीचार्ज से मौत का भी बीजेपी ने आरोप लगाया है.