पटना :बिहार विधानसभा का बजट तारकिशोर प्रसाद पेश किया. यह करीब 2 लाख 18 हजार 3 सौ 3 करोड़ का बजट है. 2 लाख 18 हजार 5 सौ 2 करोड़ की अनुमानित आय है. बजट में 300 करोड़ का उपबंध किया गया है. विदेशों में शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रावधान है. किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर दलहन खरीदी की जाएगी.
बजट में राज्य से बाहर काम करने वाले कामगारों का डाटा तैयार किया जाएगा. सभी शहरों में विद्युत शवदाह गृह बनवाए जाएंगे. नदी घाटों में शवदाह गृह बनवाए जाएंगे. वाटर ड्रेनेज के लिए 450 करोड़ का प्रावधान किया जाएगा. बहुमंजिला भवन बनाकर आवास दिया जाएगा. बिहार विधानसभा का बजट वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद पेश कर रहे हैं. सर्वांगीण विकास वाला बजट है. कोविड ने अर्थ व्यवस्था को दबाव में डाला है. कोविड को पराजित करने की व्यवस्था की गई है. लॉकडाउन के कारण लोगों को घरों में रहना पड़ा, लोगों को निशुल्क भोजन की व्यवस्था की गई. बाहर फंसे प्रवासियों को 1000 रुपए का भुगतान किया गया. श्रमिकों को ट्रेनों के जरिए बिहार लाया गया. वृद्धजनों को तीन महीने का अग्रिम पेंशन दिया गया. कोरोना से रिकवरी रेट बिहार में 99% है. कोरोना का संकट अभी टला नहीं है.
मेडिकल कालेज की स्थापना
वैज्ञानिक दो वैक्सीन बनाने में सफल हुए हैं. वैज्ञानिकों के बेहतर काम के लिए धन्यवाद है. महिलाओं को 35% आरक्षण दिया जाएगा. हर घर बिजली की व्यवस्था और हर घर में नल का जल पहुंचा रहे हैं. लक्ष्य के अनुसार बिहार में काम हो रहा है. सभी 38 जिले ओडीएफ घोषित किए गए हैं. 86.35 लाख घर आच्छादित किए गए हैं. 4643 टोलों में योजना की स्वीकृति दी गई है. आत्मनिर्भर भारत पैकेज से बिहार को फायदा हुआ है. ग्रामीण इलाकों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण हुआ है. 12 जिलों में पैरा मेडिकल कॉलेज का निर्माण, 5 जिलों में फॉर्मेसी कॉलेज की स्थापना और तीन नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी. सात निश्चय-1 के तहत युवाओं के लिए कई कार्यक्रम हैं. सात निश्यच-2 में युवाओं के लिए खास प्रावधान किए गए हैं. बिहार में उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा. राजगीर में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना होगी. 5 लाख रुपए का लोन युवाओं को 1% ब्याज पर दिया जाएगा. अधिकतम 5 लाख रुपए तक ब्याजमुक्त ऋण दिया जाएगा. सदन में सीएम नीतीश, उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद भी मौजूद रहे.
ऐसा होगा बिहार का बजट
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बिहार का बजट पेश कर रही है. बजट का आकार 2.20 लाख करोड़ से ज्यादा का हो सकता है. वर्ष 2020-21 में राज्य के बजट का आकार 2 लाख 11 हजार 761.49 करोड़ रुपये का था. जिसमें स्कीम और गैर स्कीम के लिए बराबर-बराबर राशि रखी गई थी. सरकार ने स्कीम के लिए 1 लाख 5 हजार 766 करोड़ और गैर स्कीम के लिए 1 लाख 5 हजार 995 करोड़ रुपये रखे थे. 2021-22 के बजट में तकरीबन 10 फीसद की वृद्धि संभावित है. कोरोना संकट के बाद पहला बजटकोरोना की वजह से वर्ष 2020-21 में राज्य के विकास कार्य काफी हद तक प्रभावित हुए हैं. आगामी वर्ष में सरकार के सामने नए बनने वाले शहरों में आधारभूत संरचना का विकास करने के साथ ही अस्पतालों में तमाम संसाधनों की आपूर्ति, डॉक्टरों, नर्सों के रिक्त पदों पर बहाली, नई शिक्षा नीति को लागू करने, शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने, किसानों की आमदनी को बढ़ाने के साथ ही सर्विस सेक्टर में उछाल लाने की चुनौती होगी.
ट्रैक्टर से पहुंचे तेजस्वी
कार्यवाही के दूसरे दिन राजद नेता तेजस्वी यादव खुद ट्रैक्टर चला कर विधानसभा पहुंचे. तेजस्वी यादव के साथ आरजेडी के कई विधायक भी थे. वहीं कांग्रेस विधायकों ने भी एमएसपी को लेकर जमकर नारेबाजी की. बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भाकपा माले विधायकों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. माले विधायक पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्य वृद्धि पर चर्चा की मांग करते रहे. वहीं तेजस्वी यादव ने मैट्रिक परीक्षा में पेपर लीक का मामला उठाया और सरकार से जवाब मांगा.