सुल्तानगंज अगुवानी घाट के बीच गंगा नदी पर पुल गिरा पटना:बिहार मेंनिर्माणाधीन पुल गिरने की घटनाने नीतीश सरकार की फजीहत करा दी है. उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही आज हाई लेवल मीटिंग की. विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ इंजीनियरों और निर्माण कार्य करवा रही कंस्ट्रक्शन कंपनी से जुड़े लोगों से मामले की जानकारी ली. पुल गिरने के बाद रविवार शाम को तेजस्वी यादव ने पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. जहां उन्होंने साफ कर दिया था कि मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें: Bridge Collaps In Bihar: 'जो दोषी होगा.. उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी', पुल गिरने पर बोले तेजस्वी यादव
"ये वही पुल है, जिसका ढांचा हवा में गिरा था. उस समय हम विपक्ष में थे और इसको लेकर आवाज भी उठाया था. हमारी सरकार जब बनी तो आईआईटी रुड़की से जांच करवायी जा रही है. पुल के पिलर नंबर 5 को कमजोर बताया गया था, जहां का स्ट्रक्चर तोड़ा गया है. फिर पुल के ध्वस्त होने की बात सामने आई है, इसकी जांच होगी लेकिन ये बात आप समझ लीजिए कि पुल को ध्वस्त करने की जिम्मेवारी संवेदक को दी गई है. सरकार को इसमें कोई घाटा नहीं है"- तेजस्वी यादव, मंत्री, पथ निर्माण विभाग
बीजेपी ने मांगा सीएम-डिप्टी सीएम का इस्तीफा:हालांकि पुल गिरने की घटना पर बीजेपी हमलावर हो गई है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि ये सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है. भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी के कारण ही ये सब हो रहा है. सदन में बार-बार विधायको ने इस पुल के घटिया निर्माण को लेकर बात उठाई थी. पहले भी यह पुल भागलपुर की तरफ से ध्वस्त हुआ था और अब खगड़िया की तरफ से ध्वस्त हुआ है. उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों से हम इस्तीफा की मांग करते हैं.
"पूरे राज्य में भयंकर भ्रष्टाचार व्याप्त है. अधिकारी खुलेआम कमीशन ले रहे हैं और सरकार में बैठे लोगों तक पहुंचा रहे हैं. इस तरह की घटना होना कोई बड़ी बात नहीं है. पहले भी पुल गिरा था लेकिन जांच की बात करने वाली सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग करता हूं"- विजय कुमार सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा
गंगा नदी में समाया निर्माणाधीन पुल: दरअसल, रविवार को अचानक सुल्तानगंज-अगुवानी घाट के बीच गंगा नदी पर बन रहा पुल भरभराकर गिर गया था. पुल के तीन पाए नदी में समा गए थे. 30 से अधिक स्लैब यानी 100 फीट लंबा पुल ध्वस्त हो गया है. जानकारी के मुताबिक रविवार को काम बंद होने के कारण कोई हताहत नहीं हुआ है. हालांकि एक गार्ड के लापता होने की खबर है.
2022 में भी गिरा था पुल: ये वही पुल है, जो 30 अप्रैल 2022 को भी नदी में समा गया था, तब बीजेपी भी सरकार में शामिल थी और नितिन नवीन पथ निर्माण मंत्री थे. आपको बताएं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2014 में इस पुल का शिलान्यास किया था. लगभग 1700 करोड़ की लागत से इसका निर्माण किया जा रहा है. एसपी सिंगला कंपनी इसका निर्माण करवा रही है. यह पुल खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड के अगुवानी और भागलपुर जिले के सुल्तानगंज को आपस में जोड़ेगा.