पटना :उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के लिए सभी दलों की ओर से जोर-आजमाइश तेज हो गई है. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) को फिर से जीत सुनिश्चित करने के लिए बिहार भाजपा के डेढ़ सौ नेता गोरखपुर में जमे है. किस नेता की क्या जिम्मेदारी होगी, इस बारे में बारीकी से रणनीति बनाई गई है.
यूपी फतह करने के लिए भाजपा ने बिहार के अपने सांसदों और विधायकों के साथ-साथ अन्य नेताओं की फौज उतार दी है. पूर्वांचल में बिहार भाजपा का जमावड़ा (Bihar BJP Gathering in Purvanchal) लगा है. गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मंडल के दस जिलों में विधानसभा की 62 सीटें हैं. हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक विधायक और बड़े नेता को प्रचार की कमान सौंपी गई है. हर जिले में एक-एक सांसद लगाए गए हैं.
बिहार के भाजपा सांसद, विधायक और अन्य नेताओं की रविवार को बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में बैठक भी हुई. इसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय मंत्री और गोरखपुर क्षेत्र के चुनाव प्रभारी अरविंद मेनन, सह प्रभारी विवेक ठाकुर और क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने की है. राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर, विधायक हरिभूषण ठाकुर बचोल, विधायक सुशील चौधरी, प्रदेश महामंत्री मिथिलेश तिवारी और प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल समेत बिहार भाजपा के एक हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं की पूर्वांचल के अलग-अलग क्षेत्रों में तैनाती होगी.
पूर्वांचल में काशी और गोरखपुर दो प्रांत हैं. 16 जिले के 98 विधानसभा क्षेत्रों को दो प्रांतों में विभक्त किया गया है. हर विधानसभा क्षेत्र के लिए बीजेपी के दो नेताओं को लगाया जा रहा है. एक नेता राजनीतिक कार्यों को देखेगा तो दूसरे के कंधे पर संगठन की जिम्मेदारी होगी.