भोजपुर (आरा): उत्तरकाशी यमुनोत्री हाईवे पर 12 नवंबर 2023 को निर्माणाधीन सुरंग में हादसाहो गया था. सिल्क्यारा टनल में लैंडस्लाइड हो गया. इसके बाद टनल में ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो गई. पिछले दस दिनों से सात राज्यों के 41 मजदूर यहां फंसे हैं. उन्हीं में से भोजपुर के आरा के सहार प्रखंड के पेउर गांव के मिस्बाह अहमद के पुत्र सबाह अहमद उर्फ सैफ भी एक हैं. सैफ भी पिछले 10 दिनों से टनल में फंसे हैं.
उत्तरकाशी के टनल में फंसेआरा के सैफ: इस बीच सबाह अमहद उर्फ सैफ के परिवार वालो की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है. अच्छी खबर की उम्मीद में एक एक दिन बीतता जा रहा है.पूरे परिवार में कमाने वाले एकलौते पुत्र के फंसने से माता-पिता समेत पत्नी की चिंता बढ़ती जा रही है. इधर सरकार के रेस्क्यू कार्य से परिवार में संतोष की जगह आक्रोश दिख रहा है.
लोग हर रोज दे रहे केवल दिलासा: सुरंग में फंसे भोजपुर के पेउर गांव के सबाह अहमद उर्फ सैफ के पिता मिस्बाह अहमद बताते हैं कि उनका बेटा उत्तराखंड में सड़क परियोजना में काम कर रही नव योगा कंपनी में पर्यवेक्षक है. 10 दिन पहले जब वहां सुरंग हादसे की खबर आई तो परिवार में कोहराम मच गया. अगले दिन उन्हें वॉकी-टॉकी की रिकार्डिंग की बेटे की आवाज घटनास्थल के पास से मोबाइल पर सुनाई गई.
'हमारा इंतजार लंबा होता जा रहा है'- सैफ के पिता: सैफ के पिता ने कहा कि"बेटे की आवाज सुनने के बाद थोड़ा सुकून मिला है. वहीं प्रशासन की ओर से भरोसा दिया गया था कि एक से दो दिन में सभी कामगारों को सुरंग से सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा. लेकिन ऐसा अब तक नहीं हो सका है. इंतजार लंबा हो रहा है और हर रोज वहां से केवल दिलासा दिया जा रहा है कि शाम में बाहर आएंगे तो अगले दिन बाहर आ जाएंगे. अब तो उन लोगों के कहे पर भरोसा भी नहीं हो रहा है. सबाह का चचेरा भाई भी उसी कंपनी में दूसरी जगह काम करता है. उसी के जरिए वहां की गतिविधियों की जानकारी मिल रही है."