दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

बिहार : बाढ़ में जुगाड़ ही सहारा! हर तरफ सैलाब...खाट पर मरीज, देखें वीडियो

बिहार में बाढ़ का कहर जारी है. लोगों के घरों से लेकर फसल तक पानी में डूब चुके हैं. खाट, चौकी, मचान पर लोग अपना आशियाना बना जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. खाने के लिए भी जुगाड़ का सहारा लेना पड़ रहा है, लेकिन इन लोगों तक अब तक सरकारी मदद नहीं पहुंची है. देखें रिपोर्ट

बाढ़
बाढ़

By

Published : Jul 2, 2021, 3:46 PM IST

Updated : Jul 2, 2021, 4:38 PM IST

पश्चिम चंपारण : बिहार इन दिनों बाढ़ ( Flood In Bihar ) की चपेट में है. इन दिनों विभिन्न जिलों से आने वाली तस्वीरें उदास करने वाली हैं. कहीं कोई मरीज को खाट पर लाद कर अस्‍पताल ले जा रहा है तो कहीं सैलाब ने जिंदगी को मुश्किल बना दिया है. पश्चिम चंपारण से जो तस्वीर सामने आई है, उसे देखकर डर लग रहा है. लोग सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि घर से बाहर निकले या नहीं.

देखें वीडियो

पश्चिम चंपारण में नदियां उफान पर हैं. गंडक, सिकरहना समेत पहाड़ी नदियों ने एक बार फिर तांडव मचाना शुरू कर दिया है. सड़क मार्ग टूट गया है. जिसके चलते कई हृदय विदारक तस्वीरें सामने आ रही है. इन सबके बीच जिले के रामनगर प्रखण्ड के पथरी गांव में एक युवक का पैर टूट गया तो उसे परिजन चारपाई पर इलाज के लिए ले गए.

पंडई नदी का रौद्र रूप
बता दें कि पूरे बिहार में रुक-रुककर हो रही बारिश से पश्चिम चंपारण जिले की कई नदियां उफान पर हैं. जिले के गौनाहा में एक बार फिर पंडई नदी (Pandai River) ने अपना रौद्र रूप दिखाया है. पंडई नदी का कहर गौनाहा प्रखंड के कई गांवों में देखने को मिल रहा है. कई गांव टापू बने हुए हैं. लगातार हो रही मूसलाधार बारिश (Heavy Rain) की वजह से पंडई नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.

बाढ़ के पानी से टापू बना चतुर्भुजवा गांव
जिले के नरकटियागंज बनवरिया पंचायत के चतुर्भुजवा गांव का प्रखण्ड मुख्यालय से टूट गया है. हजारों की आबादी वाला यह गांव टापू में तब्दील हो गया है. सड़क पर दो किलोमीटर तक चार-पांच फीट पानी बह रहा है. जिससे सैकड़ों एकड़ फसल ( Flood In Bihar ) से प्रभावित हुई है. हड़बोड़ा, बलोर और रामरेखा नदी ( Ramrekha River) की रौद्र रूप से चतुर्भुजवा गांव टापू बन गया है.

पढ़ें : अंतिम चरण में पहुंची यमुना बाढ़ क्षेत्र में जलाशय निर्माण की योजना

बाढ़ ग्रस्त इलाकों में मुश्किल में जिंदगी
फिलहाल, बाढ़ ग्रस्त इलाकों में पानी कितना गहरा है यह तय कर पाना आसान नहीं है. पानी के कारण गड्ढों और सड़को में अंतर पता नहीं चल पा रहा है. ऐसी स्थिति में बाढ़ से लोग सुरक्षित बच कर कैसे निकले यह एक बड़ी चुनौती है. सुरक्षित बच भी गए तो जिंदगी फिर से उसी तरह पटरी पर कैसे लाए यह भी उनके लिए बड़ी समस्या है.

Last Updated : Jul 2, 2021, 4:38 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details