नई दिल्ली :दिल्ली में आज छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाक़ात की. एक घंटे से ज़्यादा चली बैठक में उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे.
बैठक के बाद बाहर निकले भूपेश बघेल ने कहा कि पांच राज्यों में हुए चुनाव पर राहुल गांधी और अन्य नेताओं से चर्चा हुई. राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कहा कि चर्चा का मुख्य विषय राजनीतिक ही था और पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस की क्या स्थिति होगी और आगे की क्या रणनीति होगी इस पर बातचीत हुई है. इसके अलावा गहलोत ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है.
गहलोत ने कहा, 'पांच राज्यों के चुनाव पर विस्तृत चर्चा हुई कि क्या स्थिति रहेगी और चुनाव के बाद क्या करना है ? पार्टी का सदस्यता अभियान चल रहा है और कांग्रेस के आंतरिक चुनाव भी होने हैं, उस पर भी चर्चा हुई. मौजूदा सरकार से जो चुनौतियां मिल रही हैं जो एक फासीवादी सरकार है, जिनका लोकतंत्र में यकीन नहीं है, संविधान में यकीन नहीं है जिसके कारण देश के संविधान और लोकतंत्र को खतरा है ऐसे माहौल में देश जी रहा है. साहित्यकार, पत्रकार, लेखक सब दुखी हैं. मीडिया पर भी दबाव है.'
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आगे उन्होंने कहा, 'ओल्ड पेंशन स्कीम पर हमने सोच समझ कर फैसला किया है, रिसर्च की है और मानवीय दृष्टिकोण से किया है. यदि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी सुरक्षित महसूस नहीं करेगा तो वह सरकार में अपना योगदान कैसे करेगा?. मानवाधिकार आयोग ने भी टिप्पणी की है कि सरकार को अपने निर्णय पर विचार करना चाहिये. ज्यूडिशरी के पे कमीशन इसे नहीं मान रहे, डिफेंस वाले इससे पहले ही अलग किये जा चुके हैं , मानवाधिकार आयोग खुद ये कह रहा है ऐसी स्थिति में लोग दो वर्ग में बँट गए हैं. इन सबको देखते हुए हमारी सरकार ने सोच समझ कर निर्णय लिया है.'