भोपाल।आपने एक कहावत तो खूब सुनी होगी...अंधेर नगरी चौपट राजा, टके सेर भाजी टके सेर खाजा... लेकिन क्या आपने कभी टका और सेर देखा है. शायद नहीं, लेकिन भोपाल के एक इलेक्ट्रीकल इंजीनियर और रिसर्च फेलो रंजीत झा ने राजाशाही जमाने के बांट का अद्भुत संग्रह किया है. स्वतंत्रता के पहले देश की अलग-अलग रियासतों में वजन तौलने के लिए उपयोग होने वाले बांट का उपयोग होता है. हर रियासत का अपना अलग बांट होता था. रंजीत झा के कलेक्शन में एक दर्जन से ज्यादा रियासतों के बांट मौजूद हैं. उनके कलेक्शन को 5 बार लिम्का बुक में शामिल किया गया है. जल्द ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी उन्हें जगह मिलने जा रही है.
पिछले 10 सालों से कर रहे कलेक्शन: रंजीत झा बताते हैं कि वे पिछले 10 सालों से कई अलग-अलग तरह का कलेक्शन कर रहे हैं. इनमें से उनका सबसे खास कलेक्शन बांट का है. वे बताते हैं कि बचपन में उन्होंने दादी के पास बंगाल रियासत का बांट देखा था, जिसका उपयोग वे सामान तौलने में करती थी. बाद में भोपाल आकर राजीव गांधी प्रोद्योगिकी विश्विद्यालय से इलेक्ट्रीकल इंजीनियर किया. इसी दौरान अलग-अलग तरह के कलेक्शन का शौक लगा. इसी बीच मेरी मुलाकात जाने माले ऑर्कियोलॉजिस्ट डॉ. नारायण व्यास से हुई. चर्चा के दौरान उन्होंने मुझे रियासतों में बांट व्यवस्था पर रिसर्च करने और कलेक्शन का सुझाव दिया. इसके बाद मैंने अलग-अलग रियासतों के बांटों का संग्रह शुरू किया.