भोपाल।मिनटों में ऐप के जरिए लोन लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रहा है. ऐेसे ही लोन ऐप के मकड़जाल में उलझकर भोपाल के एक युवक ने परिवार सहित आत्महत्या कर ली. पिता भूपेन्द्र विश्वकर्मा ने पहले आठ साल के बेटे और तीन साल की बेटी को पेय पदार्थ में कुछ मिलाकर पिलाई. नाजों से पाले दोनों बच्चों को पिता और उसकी मां ने पहले तिल-तिलकर मरते देखा और जब उनकी जान चली गई. तब पति और पत्नी ने सुसाइड कर ली. ऑनलाइन एप की वजह से पूरा परिवार तबाह करने की यह कोई पहली घटना नहीं है. एक साल भी नहीं बीता जब इंदौर में एक साथ उठी चार अर्थियों को देख लोगों के आंसू निकल आए. लेकिन ऐसी घटनाओं के बाद भी ऑनलाइन लोन एप के मामले में कानून के लंबे हाथ बेबस नजर आते हैं.
पहले भी कई जानें ले चुका लोन एप:पिछले साल 22 अगस्त को इंदौर में सागर के अमित यादव ने दो बच्चों और पत्नी को मारकर खुद मौत को गले लगा लिया था.उसने अपना पूरा दर्द एक पेज के सुसाइट नोट में उतारा था. उसका दर्द भी वही था, जो भोपाल के भूपेन्द्र विष्वकर्मा का था. अमित यादव ने भी ऑनलाइन एप से मामूली रकम ली, लेकिन कुछ ही दिनों में यह रकम हजारों में हो गई। रोज-रोज के तकाजों और धमकियों से निपटने से आसान से उसे अपनी जान देना लगा.
लोन एप के जरिए हुई इतनी मौत
- 7 जुलाई को इंदौर में पढ़ने के लिए आए स्टूडेंट जितेन्द्र वास्कले ने ऑनलाइन गेम में उलझकर ऑनलाइन ऐप से लोन ले लिया. पैसा समय पर नहीं चुकाया तो लोन देने वाले ने दवाब बनाना शुरू किया. परेशान होकर युवक ने आत्महत्या कर ली.
- 26 फरवरी को इंदौर में निजी कंपनी में काम करने वाले 24 साल के अमय ठाकुर ने भी लोन ऐप के जाल में उलझकर आत्महत्या कर ली.
- भोपाल के बीटेक छात्र निशांक राठौर ने भी जुलाई 2022 में आत्महत्या कर ली थी. युवक ने भी ऑनलाइन लोन एप से बड़ी रकम उधार ली थी.