जयपुर. संत विजय दास को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital New Delhi) में शिफ्ट कर दिया गया है. बीते दिन देर रात को उन्हें भरतपुर से SMS अस्पताल में रेफर किया गया था, जहां उनका इलाज शुरू हुआ. संत विजय दास को सवाई मानसिंह अस्पताल के प्लास्टिक सर्जरी विभाग की यूनिट 3 के बर्न वार्ड में भर्ती किया गया था, जहां यूनिट के हेड डॉ. राकेश जैन के निर्देश में बाबा का इलाज किया जा रहा था.
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए डॉ. राकेश जैन ने बताया कि बाबा की हालत (Bharatpur Saint Case)लगातार नाजुक बनी हुई है. ऐसे में सफदरजंग अस्पताल में उन्हें शिफ्ट किया गया है और सफदरजंग अस्पताल के प्लास्टिक सर्जरी यूनिट हेड से भी इस बारे में बात हो चुकी है. डॉ. जैन का यह भी कहना है कि एसएमएस में भी इलाज संभव था, लेकिन सभी चिकित्सकों की राय थी कि उन्हें दिल्ली शिफ्ट किया जाए, ताकि बेहतर इलाज मिल सके. चिकित्सकों का यह भी कहना है कि बाबा का शरीर तकरीबन 80 फीसदी झुलस गया है, जिसके कारण उनकी हालत लगातार गिरती जा रही थी.
संत विजय दास की हालत नाजुक. वहीं, अस्पताल में भर्ती होने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा भी बाबा का हाल जानने SMS अस्पताल पहुंचे थे. सवाई मानसिंह अस्पताल से संत विजय दास को क्रिटिकल एंबुलेंस द्वारा ग्रीन कॉरिडोर बनाकर दिल्ली भेजा गया है, जहां एंबुलेंस में एक प्लास्टिक सर्जन, एनेस्थेटिक और नर्सिंग कर्मी भी साथ हैं. इस दौरान सचिव गौरव गोयल और एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा भी एसएमएस अस्पताल में मौजूद रहे.
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यह है पूरा मामला : भरतपुर जिले के डीग क्षेत्र में आदिबद्री धाम और कनकांचल में हो रहे अवैध खनन के विरोध में साधु-संत आंदोलन कर रहे थे. बीते दिन आंदोलन स्थल पर ही साधु विजय बाबा ने आत्मदाह का प्रयास किया था (Bharatpur Saint Burnt himself Alive). जिसके बाद उन्हें सवाई मानसिंह अस्पताल रेफर कर दिया गया था और चिकित्सकों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था. लेकिन अब गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल से गुरुवार को ग्रीन कॉरिडर बनाकर सड़क मार्ग से दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल भेजा गया.