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भाविक-अश्नीर हिस्सेदारी मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगा भारतपे बोर्ड

अशनीर और भारतपे के बीच कानूनी लड़ाई जारी है. अशनीर ने भारतपे छोड़ दिया है. कंपनी ने उन पर, उनकी पत्नी और उनके रिश्तेदारों पर बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया है. अशनीर इससे इनकार करते रहे हैं.

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Published : Mar 8, 2022, 4:29 PM IST

नई दिल्ली : अशनीर-भारतपे के बीच कानूनी लड़ाई जारी है. ऐसे में कंपनी का बोर्ड फिनटेक कंपनी के मूल संस्थापक भाविक कोलाडिया और फर्म में उनकी हिस्सेदारी को लेकर एक नए विवाद में हस्तक्षेप नहीं करने जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को बताया गया है कि यह कुछ ऐसा है जिसे भाविक और अशनीर को एक-दूसरे के बीच सुलझाना है और बोर्ड तीसरे पक्ष के कानून और जोखिम मूल्यांकन फर्मों द्वारा की गई आंतरिक शासन समीक्षा पर कायम रहेगा.

एक अन्य सह-संस्थापक शाश्वत नाकरानी ने कर्मचारियों को एक नया पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि अश्नीर ने कंपनी के बारे में एक गलत कहानी बनाने की कोशिश की थी कि हमने सही भावना के साथ मिलकर बनाया है.

उन्होंने कर्मचारियों से कहा, 'जबकि जांच रिपोर्ट की सामग्री गोपनीय है और बोर्ड के सदस्य के रूप में, मैं इसके निष्कर्षों का खुलासा करने के लिए स्वतंत्र नहीं हूं, मुझे इस तथ्य पर गर्व है कि हमारे बोर्ड ने अच्छे कॉर्पोरेट प्रशासन को बनाए रखने के लिए जल्दी और निर्णायक रूप से काम किया.'

उन्होंने आगे कहा कि यह पूरा प्रकरण एक विचलन है और आदर्श नहीं है और कंपनी इस संकट को एक अवसर में बदल देगी. अशनीर ने भारतपे छोड़ दिया है, क्योंकि कंपनी ने उन पर, उनकी पत्नी और उनके रिश्तेदारों पर उनकी जीवन शैली को निधि देने के लिए बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया है.

अशनीर

नाकरानी ने कहा है कि अब समय आ गया है कि अफवाहों को हमें विचलित करने से रोकें और निर्माण पर वापस जाएं. उन्होंने लिखा कि जो हमने पहले किया है उसे करने का समय है और हम सबसे अच्छा करेंगे. हम यहां काम करने वाली बेहतरीन टीम, हमारे शेयरधारकों और इस उल्लेखनीय देश के लिए ऋणी हैं जो हमें समृद्ध होने में मदद करता है.

जनवरी से सुर्खियों में रहने वाले अशनीर ग्रोवर-भारतपे के झगड़े ने भारतीय स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र (इको सिस्टम) में सबसे ऊपर नैतिक अखंडता (एथिकल पार्ट) को बनाए रखते हुए कॉर्पोरेट प्रशासन को ठीक करने की आवश्यकता को सामने लाया है.

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