नई दिल्ली : अशनीर-भारतपे के बीच कानूनी लड़ाई जारी है. ऐसे में कंपनी का बोर्ड फिनटेक कंपनी के मूल संस्थापक भाविक कोलाडिया और फर्म में उनकी हिस्सेदारी को लेकर एक नए विवाद में हस्तक्षेप नहीं करने जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को बताया गया है कि यह कुछ ऐसा है जिसे भाविक और अशनीर को एक-दूसरे के बीच सुलझाना है और बोर्ड तीसरे पक्ष के कानून और जोखिम मूल्यांकन फर्मों द्वारा की गई आंतरिक शासन समीक्षा पर कायम रहेगा.
एक अन्य सह-संस्थापक शाश्वत नाकरानी ने कर्मचारियों को एक नया पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि अश्नीर ने कंपनी के बारे में एक गलत कहानी बनाने की कोशिश की थी कि हमने सही भावना के साथ मिलकर बनाया है.
उन्होंने कर्मचारियों से कहा, 'जबकि जांच रिपोर्ट की सामग्री गोपनीय है और बोर्ड के सदस्य के रूप में, मैं इसके निष्कर्षों का खुलासा करने के लिए स्वतंत्र नहीं हूं, मुझे इस तथ्य पर गर्व है कि हमारे बोर्ड ने अच्छे कॉर्पोरेट प्रशासन को बनाए रखने के लिए जल्दी और निर्णायक रूप से काम किया.'