बेंगलुरुः कर्नाटक के मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने के करीब एक महीने बाद बी. एस. येदियुरप्पा आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया और पहले चरण में 17 मंत्रियों को उसमें शामिल किया गया है.
मंत्रिमंडल में शामिल किए गए नाताओं कि सूची आपको बता दें कि येदियुरप्पा के 26 जुलाई को मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके मंत्रिमंडल का यह पहला विस्तार है. उन्होंने 29 जुलाई को विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित किया था.
बीस दिनों तक एक सदस्यीय मंत्रिमंडल के साथ सरकार चलाने के बाद मुख्यमंत्री 20 अगस्त को उसका विस्तार करने के लिए शनिवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मंजूरी हासिल करने की मंजूरी मिली.
राज्यपाल वजूभाई वाला ने आज, 20 अगस्त को सुबह साढ़े दस बजे राजभवन में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
बी श्रीरामुलु कर्नाटक के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेते हुए गोविंद एम करजोल कर्नाटक के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेते हुए सी एन अश्वथ नारायण कर्नाटक के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेते हुए केएस ईश्वरप्पा, बेंगलुरु में कर्नाटक के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेते हुए आज मंत्रिमंडल में शामिल किए गए नए मंत्रियों में पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार, दो पूर्व उप मुख्यमंत्री के. एस. ईश्वरप्पा, आर. अशोक, निर्दलीय विधायक एच. नागेश और लक्ष्मण सावदी (जो विधानसभा या परिषद के सदस्य नहीं हैं) और विधान पार्षद कोटा श्रीनिवास पुजारी शामिल हैं.
इनके अलावा, गोविंद एम. करजोल, अश्वथ नारायण सी. एन, बी. श्रीरामुलु, एस. सुरेश कुमार, वी. सोमन्ना, सी. टी. रवि, बासवराज बोम्मई, जे. सी. मधु स्वामी, सी. सी. पाटिल, प्रभु चौहान और शशिकला जोले अन्नासाहेब ने शपथ ली.
गौरतलब है कि शशिकला जोले अन्नासाहेब मंत्रिमंडल में शामिल की गई इकलौती महिला हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 34 मंत्री ही हो सकते हैं.
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येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा था, 'मंत्रिमंडल का विस्तार कल सुबह साढ़े 10 से साढ़े 11 बजे के बीच किया जाएगा. मैंने इस संबंध में पहले ही राज्यपाल को पत्र लिखा है. मैंने मुख्य सचिव से सभी इंतजाम करने को कहा है.' उन्होंने बताया कि विस्तार के बाद मंत्रिमंडल की एक बैठक भी होगी.
खबरों के अनुसार मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप देने से पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोषण से परामर्श किया जाएगा. इसकी वजह से मुख्यमंत्री के समर्थक चिंता में हैं क्योंकि संतोंषण कर्नाटक से हैं तथा येदियुरप्पा के विरोधी माने जाते हैं.