दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

जम्मू कश्मीर में जमीनी हकीकत सरकारी दावों के ठीक विपरीत : सीताराम येचुरी - श्रीनगर पहुंचे येचुरी

न्यायालय की अनुमति लेकर श्रीनगर गए माकपा महासचिव सीताराम येचुरी वापस लौटे. वापसी के बाद येचुरी ने कहा कि जम्मू कश्मीर को लेकर सरकार जो भी दावे कर रही है, वो सब झूठे हैं. वहां की स्थिति सरकार के दावों को विपरीत है.

सीताराम येचुरी (फाइल फोटो)

By

Published : Aug 30, 2019, 11:54 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 10:24 PM IST

नई दिल्ली: माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि श्रीनगर की जमीनी स्थिति सरकारी दावों के ठीक विपरीत है. येचुरी ने उच्चतम न्यायालय की अनुमति से श्रीनगर की यात्रा की थी.

वह अपनी पार्टी के बीमार सहयोगी मुहम्मद युसूफ तारिगामी से मिलने श्रीनगर गए थे. हालांकि उन्होंने विस्तृत ब्यौरा देने से इंकार कर दिया और कहा कि वह उच्चतम न्यायालय को विस्तृत रिपोर्ट सौंपेंगे.

माकपा नेता ने उच्चतम न्यायालय में बन्दी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर तारिगामी को यहां पेश किए जाने का अनुरोध किया था. न्यायालय ने उन्हें श्रीनगर में पूर्व विधायक से मिलने की अनुमति दी थी. शीर्ष अदालत ने हालांकि येचुरी से कहा था कि वह अपनी श्रीनगर यात्रा के दौरान किसी राजनीतिक गतिविधि में भाग नहीं लेंगे.

बता दें कि तारिगामी पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त किए जाने के बाद से ही नजरबंद हैं.

येचुरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'मैं तारिगामी से मिला और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली. मैं उनके स्वास्थ्य के बारे में अदालत में एक हलफनामा दाखिल करूंगा और मैंने जो वहां देखा, उस पर रिपोर्ट भी दायर करूंगा.'

उन्होंने कहा कि हवाई अड्डा से तारिगामी के घर जाने के क्रम में उन्होंने जो जमीनी स्थिति देखी वह ठीक उसके विपरीत है जो भाजपा नीत सरकार कह रही है.

पढ़े-केंद्र सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि जम्मू कश्मीर में अतिरिक्त बल क्योंः येचुरी

वाम नेता ने कहा कि श्रीनगर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद अधिकारियों ने उनसे कहा कि उन्हें उसी दिन लौटना होगा. लेकिन उन्होंने अधिकारियों को समझाया कि वह अपने सहयोगी के स्वास्थ्य के बारे में स्थिति रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद ही अगले दिन लौट छोड़ सकते हैं क्योंकि उन्हें इसके बारे में शीर्ष अदालत को रिपोर्ट करना है.

येचुरी ने कहा, 'मैं उनसे (तारिगामी से) गुरुवार सुबह और फिर शुक्रवार सुबह मिला और मै कह सकता हूं कि इस स्थिति में उन्हें समय-समय पर जांच की जरूरत है. वह एम्स में इलाज करा रहे थे और उन्हें इलाज के लिए वहां जाने की जरूरत है.'

उन्होंने कहा कि उन्हें श्रीनगर में तारिगामी के अलावा किसी से भी मिलने की अनुमति नहीं दी गयी और हर समय सुरक्षाकर्मी उनके साथ थे.

माकपा महासचिव ने कहा कि उन्होंने एक सरकारी गेस्टहाउस में रात बिताई और उन्हें बाहर जाने की अनुमति नहीं थी.

उन्होंने कहा कि उनके शनिवार को उच्चतम न्यायालय में अपना हलफनामा दाखिल करने की उम्मीद है.

Last Updated : Sep 28, 2019, 10:24 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details