हैदराबाद : कोविड-19 का उपचार विकसित करने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक काम कर रहे है. वहीं डेविड कोर्टी के निरीक्षण में वीर जैविक-तकनीक में और वाशिंगटन विश्वविद्यालय में डेविड विसलर के नेतृत्व में एक अंतरराष्ट्रीय टीम भी काम कर रही है. यह टीम वायरस से बचाव के क्रम में दिन-रात एंटी-बॉडी के लिए निवारक उपचार एक्स-रे की मदद से ढूंढ रही है, जो प्रतिरक्षा के लिए या पोस्ट-एक्सपोजर थेरेपी के रूप में इस्तेमाल किया जा सके.
नवीनतम निष्कर्ष लॉरेंस बर्कले नेशनल लेबोरेटरी (बर्कले लैब) के एडवांस्ड लाइट सोर्स (एएलएस) में एकत्र किए गए डाटा के आधार पर है. निष्कर्ष संकेत देते हैं कि सार्स से बचे लोगों से प्राप्त एंटीबॉडी सार्स-कोव-2 और संबंधित वायरस को कोशिकाओं में संभावित रूप से प्रवेश को अवरुद्ध कर सकते हैं.
'नेचर' पत्रिका में इस सप्ताह प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि वैज्ञानिक एंटीबॉडी की नैदानिक परीक्षणों की ओर लगातार बढ़ रहे है.