नई दिल्ली : कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के कारण पूरे विश्व में 59 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और दस लाख से ज्यादा लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हैं. कोरोना के मुद्दे पर शोधकर्ताओं की तरह दुनिया के नेताओं को भी आगे आने की जरूरत है और महामारी को खत्म करने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के आवश्यकता है. इस वायरस ने आज पूरी दुनिया में एक ठहराव सा ला दिया है.
शोधकर्ताओं की प्रशंसा करते हुए एक साप्ताहिक पत्रिका ने कहा है कि, दुनिया भर में हजारों शोधकर्ता हुए हैं, जिन्होंने अपने समय में आगे आकर जानलेवा वायरस से मानवजाति को बचाने का स्थायी समाधान खोजा. रिपोर्ट ने विभिन्न देशों के प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रपतियों पर इन मामले पर गंभीरता से ध्यान न देने का आरोप भी लगाया है.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जिस तरह से 2008 में वित्तीय संकट से निपटने का उपाय नेताओं ने निकाला था, ठीक उसी प्रकार से आज विश्व के नेताओं को कोरोना वायरस को समाप्त करने की दिशा में कारगर कदम उठाने चाहिए.