हैदराबाद : जब यह रिपोर्ट प्रकाशित हो रही है तब दुनिया कोरोना महामारी के दौर से गुजर रही है. 2019 में इस अध्ययन के दौरान कोरोना वायरस को हम जानते भी नहीं थे और अब बच्चा-बच्चा भी इसके बारे में जानता है. इस वायरस का प्रभाव सही मायने में आने वाले महीनों में ही पता चल पाएगा. 2020 की दूसरी तिमाही तक एक तिहाई वैश्विक आबादी लॉकडाउन में रही है और 200 से ज्यादा देश और स्वास्थ्य और आर्थिक मुश्किलों का सामना कर रही है.
दुनिया भर के व्यवसायिक, सरकारें और नागरिक जल्द से जल्द इस मानवीय और आर्थिक संकट को पीछे छोड़ना चाहते हैं. कोरोना संकट और पोस्ट-कोरोना दुनिया में सफलतापूर्वक आगे बढ़ने के लिए नये तरह के विचारों की जरूरत पड़ेगी. वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम प्लेटफ़ॉर्म का उद्देश्य उपभोक्ता हित, पर्यावरणीय स्थिरता, समावेशी विकास मॉडल और सभी हितधारकों के बीच विश्वास और पारदर्शिता को बनाए रखना है
तीन साल पहले विकसित किया गया फ्यूचर ऑफ कंजम्पशन प्लेटफॉर्म का मिशन और परिवर्तन आज के समय में बहुत ज्यादा महत्व रखता है विकसित और उभरते बाजारों में व्यापार और समाज के लिए सकारात्मक लाभ सुनिश्चित करने के लिए.
यह अनिवार्य है कि एक समृद्ध भविष्य बनाने के लिए हम तेजी से प्रगति को आगे बढ़ाएं. COVID के बाद के दशक में वैश्विक ताकतों में त्वरित बदलाव, 1 बिलियन से अधिक उपभोक्ताओं की खोज और चौथी औद्योगिक क्रांति चीन, भारत और आसियान क्षेत्र के तेजी से बढ़ते उपभोक्ता बाजारों में खपत के परिदृश्य को बदलना जारी रखेगी.