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अवैध होर्डिंग से हुई मौत पर पांच लाख मुआवजा दे सरकार : मद्रास हाईकोर्ट - डीएमके अध्यक्ष

तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक पार्टी के अवैध बैनर गिरने से एक 22 वर्षीय लड़की की मौत हो गई. इसके बाद डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण जान गई है. तमिलनाडु के मद्रास हाईकोर्ट ने इस मामले में लड़की के परिजनों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया है. जानें पूरा विवरण

फाइल फोटो

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Published : Sep 13, 2019, 3:02 PM IST

Updated : Sep 30, 2019, 11:17 AM IST

चेन्नईः तमिलनाडु में बैनर गिरने से एक लड़की की मौत हो गई. पल्लीकरनई में सड़क पर लगा AIADMK का एक अवैध बैनर स्कूटी से जा रही लड़की के ऊपर गिर गया. बैनर काफी बड़ा था और लड़की इसके नीचे दब गई और इसके बाद पीछे से आ रहे टैंकर ने लड़की को कुचल दिया.

मृतक की पहचान सुबाश्री के रूप में हुई है, जो क्रोमेटपेट के नेमिलिसरिन की रहने वाली थी. तमिलनाडु के मद्रास हाईकोर्ट ने इस मामले में लड़की के परिजनों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया है.

बैनर में अन्नाद्रमुक (एआईएडीएमके) के मुख्यमंत्री ई. पलानीसामी, उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम और दिंवगत मुख्यमंत्री जयललिता की तस्वीर बनी हुई थी.

हादसे की सीसीटीवी फुटेज
घटना ले रही है राजनीतिक मोड़घटना धीरे धीरे राजनीतिक मोड़ ले रहा है. एआईएडीएमके का बैनर गिरने के बाद विपक्ष ने निशाना साधा है. द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) पार्टी के अध्यक्ष एम के स्टालिन ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस अधिकारियों की लापरवाही के कारण सुबाश्री की मौत हो गई. अवैध बैनर से एक जान चली गई. पता नहीं कि सत्ता के भूखे और अराजकतावादी शासन में कितने लोग और जीवन खोएंगे.
एम के स्टालिन (फाइल फोटो)

उन्होंने आगे कहा कि डीएमके पार्टी के कार्यर्ताओं को पार्टी से संबंधित कार्यक्रमों के विज्ञापन के लिए बैनर, फ्लेक्स, पोस्टर आदि से बचना चाहिए. मेरे कार्यक्रम में केवल एक से दो बैनर का उपयोग किया जाना चाहिेए अन्यथा मैं उस कार्यक्रम में भाग नहीं लूंगा.

मद्रास हाईकोर्ट ने राजनीतिक बैनर, फ्लैक्स पर नराजगी जाहिर की है. कोर्ट का कहना है कि अवैध फ्लेक्स बोर्डों के लिए कई आदेश पारित किए गए हैं. लेकिन कोई इसका पालन नहीं करता है.

जस्टिस शेषाय ने कहा कि इस देश में लोगों के जीवन के प्रति शून्य सम्मान है. यह नौकरशाही है. सत्ता वाली पार्टी भी नियमों का पालन नहीं कर रही है. क्षमा करें हमने सरकार से विश्वास खो दिया.

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अन्नाद्रमुक के नेता के सथ्यन ने कहा कि उनके पारिवारिक समारोह के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए बैनर पर एक जान चली गई. लेकिन हमनें समय-समय पर नेताओं को संदेश भेजा है कि वे कार्यकर्ताओं को अवैध बैनर लगाने से मना कर दे.

Last Updated : Sep 30, 2019, 11:17 AM IST

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