नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार के वैशाली जिले में छेड़खानी का विरोध करने पर एक लड़की को कथित तौर पर जलाए जाने के मामले को लेकर मंगलवार को नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या इस घटना को चुनावी फायदे के लिए छुपाया गया ताकि इस कुशासन पर इस सुशासन की नींव रखी जा सके.
उन्होंने ट्वीट किया किसका अपराध ज्यादा खतरनाक है- जिसने ये अमानवीय कार्य किया? या जिसने चुनावी फायदे के लिए इसे छुपाया ताकि इस कुशासन पर अपने झूठे 'सुशासन' की नींव रख सके?
राहुल गांधी ने किया ट्वीट खबरों के मुताबिक, कुछ दिनों पहले वैशाली में छेड़खानी का विरोध करने पर 20 साल की एक युवती को गांव के दबंगों ने जिंदा जला दिया था. लड़की का पटना पीएमसीएच में इलाज चल रहा था, जहां उसकी मौत हो गई.राहुल गांधी ने जो खबर साझा की है उसमें दावा किया गया है कि चुनाव के कारण पुलिस ने मामले को दबाने का प्रयास किया था.
मिट्टी का तेल डालकर जलाया गया
बता दें कि 30 अक्टूबर को वैशाली के देसरी थाना क्षेत्र में एक लड़की को 3 लड़कों ने मिट्टी तेल डालकर जला दिया था. इलाज के लिए उसे पटना के पीएमसीएच रेफर किया गया. बीते रविवार को पटना के पीएमसीएच में इलाज के दौरान लड़की ने दम तोड़ दिया.
परिजनों के मुताबिक लड़की कूड़ा फेंकने गई थी. तभी तीन लड़कों ने उसे घेर लिया और उसके ऊपर मिट्टी तेल डालकर उसे जला दिया. जिसमें लड़की का लगभग 70% शरीर जल गया. आनन-फानन में वैशाली सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उचित इलाज के लिए पटना के पीएमसीएच भेज दिया. जहां इलाज के बाद उसकी मौत हो गई.
जबरदस्ती करने पर लड़की ने किया विरोध
वहीं, युवती ने भी 30 अक्टूबर को इलाज के दौरान नगर थाना की पुलिस के समक्ष बयान दिया था कि जब वह कचरा फेंकने गई थी, तब चन्दन और विजय राय ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ जबरदस्ती करने लगे. जब इसका विरोध करते हुए उसने कहा कि यह बात मां को बताऊंगी तो एक युवक ने पॉकेट में रखे एक बोतल से मिट्टी का तेल निकालकर उस पर छिड़क दिया और आग लगा दी. जब वह चिल्लाने लगी तब आसपास के लोग दौड़े और आग बुझाकर उसे निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया.