नई दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने अन्य देशों के मुकाबले कोरोना वायरस संक्रमण और उससे होने वाली मौत के आंकड़ों को बेहद कम रखने के लिये सोमवार को भारत की सराहना की और कहा कि वह कोरोना की दवा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को आने वाले कई महीनों और संभवत: सालों तक संक्रमण के प्रसार के लिये तैयार रहना होगा.
स्वामीनाथन ने कहा कि सिर्फ दवा विकसित कर लेना और उसका परीक्षण ही काफी नहीं है, बल्कि उसका निर्माण, उसे प्राप्त करना और बड़ी आबादी तक उसे सुलभ कराने के लिये स्वास्थ्य तंत्र का होना भी महत्वपूर्ण है.
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के मौके पर आयोजित एक सम्मेलन में स्वामीनाथन ने कहा, 'मैं अब तक भारत में कोविड-19 महामारी पर लगाम लगाए रखने और अन्य देशों के मुकाबले संक्रमण के मामलों और मरने वाली संख्या को बेहद सीमित रखने के लिये मंत्री और सहकर्मियों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई देना चाहूंगी.'
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन समेत सभी प्रतिभागियों ने सम्मेलन को ऑनलाइन संबोधित किया.
उन्होंने कहा, 'हालांकि हम जानते हैं कि हम मैराथन में दौड़ रहे हैं. यह छोटी दूरी की दौड़ नहीं है जिसे तेजी से भागकर पूरा कर लिया जाए. भारत और वास्तव में पूरी दुनिया को संक्रमण के प्रसार के लिये आने वाले कई-कई महीनों और संभवत: सालों तक के लिये तैयार रहना होगा.'
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक सोमवार तक कोरोना के 39,76,043 मामले थे, जबकि इसकी वजह से अब तक 2,77,708 लोगों की जान जा चुकी है.