चेन्नई: तमिलनाडु में जारी कर्फ्यू के बाद भी राज्य में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 1 लाख 70 हजार को पार कर गई है. अकेले चेन्नई में ही सोमवार तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 85,859 हो गई. कोरोना संक्रमण शहरी क्षेत्रों में इस तरह फैल रहा है, जैसे कि जंगल में आग. विशेषकर भीड़ भरे बाजारों, झुग्गी बस्तियों और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में लोग कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित हैं.
ईटीवी भारत से बात करते हुएचेन्नई महानगर निगम के आयुक्त प्रकाश ने बताया कि मई की शुरुआत में कोरोना संक्रमण से 3,000 से अधिक प्रभावित हो गए थे, जिसके बाद चेन्नई के मुख्य बाजार को दूसरे हिस्सों में स्थानांतरित किया गया.
वहीं, उत्तरी चेन्नई में कोरोना संक्रमण के तेजी से प्रसार के कारण बूथ बाजार बंद था. मायलापुर बाजार सहित चेन्नई शहर के प्रमुख बाजारों को भी स्थानांतरित कर दिया गया. इस तरह के उपाय किए जाने के बाद भी, कोरोना संक्रमण थिरुवेटियूर, थांडयारपेट और रायपुरम में फैल गया.
स्वास्थ्य और चेन्नई मेट्रोपॉलिटन कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने कहा कि इसका मुख्य कारण यह है कि इस क्षेत्र में लोग काफी करीब-करीब रहते हैं.
इसके बाद, चेन्नई के निगम ने जुलाई की शुरुआत में सूक्ष्म रोग नियंत्रण कार्यक्रम शुरू किया. इसके आधार पर, सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्रों में बुखार का पता लगाने वाले केंद्र शुरू किए गए. इसके बाद विशिष्ट बाजारों और क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में कीटनाशकों का छिड़काव किया गया.
इस कारण उत्तरी चेन्नई में कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को नियंत्रण में लाया गया. इस बीच, जो लोग बिना फेस मास्क पहने निकले, उन पर भी गंभीर जुर्माना लगाया गया.