कोलकाता : अमेरिका में जॉस्ज फ्लॉयड की मौत के बाद ब्रिटेन और कई अन्य देशों में नस्लभेद के खिलाफ काफी विरोध प्रदर्शन हुए हैं. इस बीच पश्चिम बंगाल में प्राइमरी स्कूल की किताब में काले व्यक्ति को बदसूरत बताने पर विवाद हो गया है. यहां प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई जाने वाली टेक्स्ट बुक में सांवले रंग के लोगों को बदसूरत करके संबोधित किया गया है.
पूर्वी वर्धमान जिले के एक प्राथमिक स्कूल में नस्लीय भेदभाव दिखाने वाले चित्र के खिलाफ अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया है. वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार ने प्री-प्राइमरी के छात्रों को अंग्रेजी वर्णमाला की पुस्तक में सांवले रंग के लोगों के लिए अपमानजनक हिस्से को पढ़ाने के आरोप में दो शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया.
दरअसल, अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर से जुड़े शब्दों और छवियों को छात्रों को समझाने से संबंधित पुस्तक में 'यू' अक्षर से 'अग्ली' (बदसूरत) शब्द लिखा हुआ है. अक्षर के बगल में छपा चित्र सांवले रंग के एक लड़के का है.
इस संबंध में ममता सरकार में शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने गुरुवार को कहा, 'यह पुस्तक शिक्षा विभाग द्वारा निर्दिष्ट पाठ्यपुस्तकों का हिस्सा नहीं है. स्कूल ने स्वयं यह किताब शामिल की है. छात्रों के मन में पूर्वाग्रह स्थापित करने वाले किसी भी कृत्य को हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.'
सूत्रों ने बताया कि लॉकडाउन के चलते भले ही स्कूल अब बंद हों, लेकिन यह मामला उस वक्त सामने आया जब स्कूल के एक छात्र के पिता उसे इस किताब से घर पर पढ़ा रहे थे. उन्होंने अन्य अभिभावकों को सूचित किया और फिर शिक्षा विभाग को इससे अवगत कराया गया.