कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता संविधान का सुनहरा उपहार है. इसके प्रति किसी भी तरह की असहिष्णुता देश के लोकतांत्रिक तानेबाने को नष्ट कर सकती है.
धनखड़ की यह टिप्पणी पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रवक्ता सनमय बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के बाद आई है. तृणमूल कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सोशल मीडिया पर कथित रूप से आलोचना करने के बाद बंदोपाध्याय के खिलाफ यह कार्रवाई की गई थी.
राज्यपाल का तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ उस वक्त से टकराव चल रहा है, जब उन्होंने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को जादवपुर विश्वविद्यालय के आंदोलनकारी छात्रों के घेराव से 'बचाया' था. राज्यपाल ने किसी भी मुद्दे पर असहमति के लिए 'शिष्ट तरीके' अपनाने की अपील की.
राज्यपाल ने किसी का नाम लिये बिना ट्वीट किया, 'अपने विचारों की अभिव्यक्ति संविधान का एक सुनहरा उपहार है और किसी भी रूप में इसकी असहिष्णुता लोकतंत्र के लिए विनाशकारी है. हम एक-दूसरे से असहमति जताने के सभ्य तरीके सीखें. संगठित ढांचा वाले तंत्र द्वारा असहिष्णुता बहुत ही चिंताजनक है.'
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