हैदराबाद:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने कहा किकांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में अपने दम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया जब सपा-बसपा ने उसे सिर्फ दो सीटों की पेशकश की. चुनावी दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं.
मोइली ने साक्षात्कार में कहा, ‘‘कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी के लिये हम इसे स्वीकार (दो सीटों की पेशकश को) नहीं कर सकते. इसलिये हम उम्मीदवार उतार रहे हैं.’’
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उम्मीदवार उतारने के दौरान गठबंधन के बिना भी सीटों का तालमेल हो सकता है. आप उस रुझान को देखेंगे. भाजपा को हराने में हमारे साथ-साथ उनकी भी दिलचस्पी है. तालमेल हो सकता है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम नहीं चाहते कि हमारे (सपा-बसपा-रालोद) ‘गठबंधन’ के लोग हारें. कांग्रेस, बसपा और सपा के बीच उस तरह का तालमेल होगा.’’
यह पूछे जाने पर कि उत्तर प्रदेश में जहां उनकी पार्टी मजबूत नहीं है, वहां क्या कांग्रेस सपा-बसपा-रालोद गठबंधन का समर्थन करेगी तो उन्होंने कहा, ‘‘हां, चुनाव के दौरान यह तालमेल होगा.’’
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल में कहा था कि कांग्रेस सपा-बसपा-रालोद गठबंधन का हिस्सा है और दो सीट उसके लिये छोड़ी गई हैं.