वॉशिंगटन : भारत को अगले एक दशक में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या को आधा करने के लिए सड़क सुरक्षा पर 109 अरब डॉलर का अतिरिक्त निवेश करने की जरूरत है. विश्व बैंक द्वारा जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया है.
विश्व बैंक की यह रिपोर्ट ऐसे दिन आई है जब देश में चार अलग अलग दुर्घटनाओं में कम से कम 35 लोग मारे गए हैं.
विश्व बैंक ने कहा कि इस तरह के निवेश से सालाना जीडीपी में 3.7 प्रतिशत के बराबर आर्थिक लाभ होगा.
स्टॉकहोम में 'थर्ड ग्लोबल मिनिस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस ऑन रोड सेफ्टी' में 'डिलीवरिंग रोड सेफ्टी इन इंडिया' शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की गई.
रिपोर्ट में सड़क सुरक्षा कार्यक्रमों में प्रणालीगत, लक्षित और निरंतर निवेश की गंभीर कमी के चलते भारत में बड़ी संख्या में सड़कों पर होने वाली मौत की ओर इशारा किया गया है. इसमें स्थिति में बदलाव लाने के लिए प्रासंगिक निवेश प्राथमिकताओं की पहचान की गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में दुनिया में सड़क दुर्घटनाओं की सबसे अधिक दर है. हर साल, लगभग 1,50,000 (डेढ़ लाख) लोग भारत की सड़कों पर अपनी जान गंवाते हैं, और पांच गुना से अधिक लोग घायल हो जाते हैं.
अकेले राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर दो किलोमीटर पर प्रति वर्ष एक मौत होती है. यह विकसित देश की अधिकतम सीमा से दस गुना ज्यादा है. सड़क दुर्घटनाएं आर्थिक विकास को भी प्रभावित करती हैं, जो कि एक साल में जीडीपी के 3 से 5 प्रतिशत के बीच अर्थव्यवस्था पर लागत बढ़ाता है.
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भारत में दुर्घटनाओं के बढ़ते अनुमान को देखते हुए, रिपोर्ट ने देश के मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम, 2019 के हालिया अधिनियम को सड़क दुर्घटना संबंधी मृत्यु दर को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है.
विश्व बैंक के प्रमुख ट्रांसपोर्ट विशेषज्ञ, अर्णब बंधोपाध्याय ने कहा, 'ऐतिहासिक रूप से, जब देशों में प्रति 1,000 लोगों पर 50 से 100 वाहनों का मोटराइजेशन स्तर हो जाता है तो सड़क दुर्घटनाएं मौत और चोटों के प्रमुख कारणों में से एक बन जाती हैं. तब सड़क सुरक्षा में सुधार को, राष्ट्रीय विकास प्राथमिकता के रूप में मान्यता दी गई.
उन्होंने कहा, 'यह दक्षिण एशिया क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण सड़क सुरक्षा सबक है, जहां पिछले एक दशक में वाहन के स्वामित्व की दर दोगुनी हो गई है और यह आगे की ओर ही अग्रसर है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सड़क सुरक्षा में सुधार की दिशा में क्षेत्रीय पहल देशों की मदद में एक लंबा रास्ता तय करेगी. 'सड़क सुरक्षा प्रयासों की प्रभावशीलता की बेहतर निगरानी के लिए, रिपोर्ट पूरे दक्षिण एशिया में क्रैश डेटा प्रबंधन और विश्लेषण प्रणालियों के सामंजस्य के लिए एक साझा क्षेत्रीय पहल की सिफारिश करती है.'
देश में तमिलनाडु के तिरपुर जिले के अविनाशी शहर में बृहस्पातिवार सुबह एक कंटरनेर लॉरी के साथ बस की टक्कर में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. वहीं महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में एक खड़े ट्रक में कार के भिड़ जाने से छह लोग मारे गए और सात घायल हो गए. जम्मू कश्मीर में एक अन्य दुर्घटना में कार में सवार एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई. उनकी कार सांबा जिल में जम्मू- पठानकोट राजमार्ग पर खड़े एक ट्रक से टकरा गई. छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में भी ट्रेक्टर के पलटने से चार लोग मारे गए.
भारत में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुये रिपोर्ट में मोटर वाहन (संशोधन) कानून 2019 को पारित करने को महत्वपूर्ण बताया गया.