जयपुर : राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच इन दिनों सियासी पारा अपने चरम पर है. हालांकि जैसलमेर में इंद्र देवता पिछले दो दिनों से मेहरबान हो रहे हैं और यहां मौसम भी खुशनुमा बना हुआ है. इसी सुहावने मौसम में मॉर्निंग वॉक पर निकले प्रदेश कांग्रेस के सहप्रभारी विवेक बंसल से ईटीवी भारत ने विशेष बातचीत की.
राज्य में चल रही सियासी उठापटक के चलते प्रदेश सरकार के कई मंत्री और विधायकों सहित कांग्रेस संगठन के कई पदाधिकारी पिछले कई दिनों से जैसलमेर में ही अपना डेरा डाले हुए हैं. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सहप्रभारी विवेक बंसल से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि जैसलमेर रमणीय और ऐतिहासिक स्थल है और यहां की अपनी अलग ही प्राकृतिक विविधता है.
बंसल ने बसपा विधायकों को नोटिस तामील करने के बाद आगामी रणनीति पर बातचीत करते हुए कहा कि वे उन्हें बसपा विधायक मानते ही नहीं है, वे अब कांग्रेस के अभिन्न अंग हो गए हैं. बंसल ने तो इन छह विधायकों को बसपा विधायक कहना असंगति कह दिया. उन्होंने कहा कि यह मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है. ऐसे में कुछ भी कहना सही नहीं होगा. हालांकि उनका कहना है कि जब न्यायालय संवैधानिक तौर पर अपना निर्णय लेगी तो वो उनके पक्ष में होगा.
वहीं, कांग्रेस नेता बंसल ने केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी के बयान, 'विधायक जेल में है और जब इन्हें यहां से खोल दिया जाएगा तो सरकार गिर जाएगी' पर कहा, 'उल्टा चोर कोतवाल को डाटे.' उन्होंने कहा कि जिस तरह भाजपा नेता विधायकों की खुली बोली लगा रहे हैं और लोकतंत्र को नीलाम करने में लगे हुए हैं. ऐसे में विधायकों को जैसलमेर लाया गया है. बंसल ने कहा कि लोकतंत्र देश की आत्मा है और जो भी इसकी अखंडता पर प्रहार करता है वो देश की अखंडता पर प्रहार करता है, देश की एकता पर प्रहार करता है.