नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन ने ऑनलाइन शिखर वार्ता की. इस शिखर वार्ता में व्यापार और रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई.
सम्मेलन के बाद विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन के बीच शिखर वार्ता के बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने शिखर बैठक के दौरान कहा कि मैं पीएम मोदी को भारत के भीतर ही नहीं बल्कि पूरे जी -20, इंडो-पैसिफिक में इस कठिन समय में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद देता हूं. मैं डब्ल्यूएचओ के कार्यकारी बोर्ड की अध्यक्षता करने के लिए भारत की सराहना करता हूं. भारत के लिए यह बोर्ड की अध्यक्षता करने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण समय है. विश्व स्तर पर स्वास्थ्य क्षेत्र में फैले समस्या से निपटने में भारत का नेतृत्व महत्वपूर्ण होगा.
ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि हम एक खुले, समावेशी और समृद्ध इंडो-पैसिफिक और उस क्षेत्र में भारत की भूमिका के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारा क्षेत्र आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण होगा. मॉरिसन ने इस दौरान कहा कि हम एक महासागर साझा करते हैं. हम उस महासागर के लिए, उसके स्वास्थ्य, कल्याण और सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी साझा करते हैं. हमारे समुद्री क्षेत्र में उन मुद्दों के बारे में जो संबंध हम बना रहे हैं, मुझे लगता है कि हमारे देशों के बीच कई अन्य चीजों के लिए एक मंच है.
समझौते-
म्यूचुअल लॉजिस्टिक्स सपोर्ट (MLSA) से संबंधित व्यवस्था के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. दोनों पक्षों ने सिविल न्यूक्लियर सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई. भारत और ऑस्ट्रेलिया ने सैन्य ठिकानों और साजो-सामान तक पहुंच के लिए एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए. दोनों देशों के संयुक्त घोषणा पत्र में कहा गया है कि अंतराराष्ट्रीय नियमों पर आधारित स्वतंत्र नौवहन को समर्थन देने की प्रतिबद्धता जताई. लोक प्रशासन और शासन सुधार के क्षेत्र में सहयोग के समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए. जल संसाधन प्रबंधन के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. साइबर और साइबर-सक्षम क्रिटिकल प्रौद्योगिकी सहयोग पर हस्ताक्षर किए गए.
पीएम मोदी ने कहा कि यह समय भारत और ऑस्ट्रेलिया की दोस्ती मजबूत करने का सबसे सही समय है. उन्होंने पीएम स्कॉट मॉरिसन को हालात सुधरने पर सपरिवार भारत आने का न्योता दिया. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच काफी मजबूत संबंध हैं.
पीएम मोदी ने कहा, दोनों देश आपसी संबंधों को व्यापक तरीके से और तेज गति से आगे बढ़ाने के प्रति प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में ऑस्ट्रेलिया और भारत के रिश्ते मजबूत हुए हैं. उन्होंने कहा कि एक-दूसरे के साथ खड़े होना दोनों देशों का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश बढ़ रहा है.'