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भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सात समझौते, व्यापार और रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर हुई चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन ने वर्चुअल शिखर वार्ता की. यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री मोदी किसी विदेशी नेता के साथ ऑनलाइन माध्यम से 'द्विपक्षीय' शिखर वार्ता की है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यह समय भारत और ऑस्ट्रेलिया की दोस्ती मजबूत करने का सबसे सही समय है. उन्होंने पीएम स्कॉट मॉरिसन को हालात सुधरने पर सपरिवार भारत आने का न्योता दिया. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच काफी मजबूत संबंध हैं. पढ़ें पूरी खबर...

pm modi and scott morrison
स्कॉट मॉरिसन और पीएम मोदी

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Published : Jun 4, 2020, 10:03 AM IST

Updated : Jun 5, 2020, 4:21 AM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन ने ऑनलाइन शिखर वार्ता की. इस शिखर वार्ता में व्यापार और रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई.

सम्मेलन के बाद विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन के बीच शिखर वार्ता के बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने शिखर बैठक के दौरान कहा कि मैं पीएम मोदी को भारत के भीतर ही नहीं बल्कि पूरे जी -20, इंडो-पैसिफिक में इस कठिन समय में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद देता हूं. मैं डब्ल्यूएचओ के कार्यकारी बोर्ड की अध्यक्षता करने के लिए भारत की सराहना करता हूं. भारत के लिए यह बोर्ड की अध्यक्षता करने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण समय है. विश्व स्तर पर स्वास्थ्य क्षेत्र में फैले समस्या से निपटने में भारत का नेतृत्व महत्वपूर्ण होगा.

ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि हम एक खुले, समावेशी और समृद्ध इंडो-पैसिफिक और उस क्षेत्र में भारत की भूमिका के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारा क्षेत्र आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण होगा. मॉरिसन ने इस दौरान कहा कि हम एक महासागर साझा करते हैं. हम उस महासागर के लिए, उसके स्वास्थ्य, कल्याण और सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी साझा करते हैं. हमारे समुद्री क्षेत्र में उन मुद्दों के बारे में जो संबंध हम बना रहे हैं, मुझे लगता है कि हमारे देशों के बीच कई अन्य चीजों के लिए एक मंच है.

समझौते-

म्यूचुअल लॉजिस्टिक्स सपोर्ट (MLSA) से संबंधित व्यवस्था के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. दोनों पक्षों ने सिविल न्यूक्लियर सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई. भारत और ऑस्ट्रेलिया ने सैन्य ठिकानों और साजो-सामान तक पहुंच के लिए एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए. दोनों देशों के संयुक्त घोषणा पत्र में कहा गया है कि अंतराराष्ट्रीय नियमों पर आधारित स्वतंत्र नौवहन को समर्थन देने की प्रतिबद्धता जताई. लोक प्रशासन और शासन सुधार के क्षेत्र में सहयोग के समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए. जल संसाधन प्रबंधन के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. साइबर और साइबर-सक्षम क्रिटिकल प्रौद्योगिकी सहयोग पर हस्ताक्षर किए गए.

पीएम मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन के बीच शिखर वार्ता

पीएम मोदी ने कहा कि यह समय भारत और ऑस्ट्रेलिया की दोस्ती मजबूत करने का सबसे सही समय है. उन्होंने पीएम स्कॉट मॉरिसन को हालात सुधरने पर सपरिवार भारत आने का न्योता दिया. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच काफी मजबूत संबंध हैं.

पीएम मोदी ने कहा, दोनों देश आपसी संबंधों को व्यापक तरीके से और तेज गति से आगे बढ़ाने के प्रति प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में ऑस्ट्रेलिया और भारत के रिश्ते मजबूत हुए हैं. उन्होंने कहा कि एक-दूसरे के साथ खड़े होना दोनों देशों का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश बढ़ रहा है.'

पीएम मोदी ने कहा कि पारदर्शिता और कानून का राज कायम रहे ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश में सुधार की व्यापक प्रक्रिया शुरू हुई है.

सम्मेलन से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, 'ऑस्ट्रेलियन पीएम के साथ पहली भारत-ऑस्ट्रेलिया को लेकर काफी खुशी है. दोनों देशों के बीच हमेशा काफी मजबूत संबंध रहे हैं.'

पीएम मोदी का ट्विट.

अधिकारियों ने बताया कि वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच अन्य समझौतों समेत एक दूसरे के सैन्य ठिकानों का इस्तेमाल करने से संबंधित करार होने की आशा है.

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, 'यह ऑनलाइन शिखर वार्ता भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों में वृद्धि के परिप्रेक्ष्य में दोनों नेताओं के लिए इसकी वृहद संरचना की समीक्षा करने का अवसर होगा.'

इसके अलावा दोनों देशों के द्वारा कोरोना से मुकाबले के लिए उठाए गए कदमों की चर्चा करने का अवसर होगा.'

बयान ने यह भी कहा गया कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 'गर्मजोशी से भरे हुए और दोस्ताना' संबंध हैं, जिनमें तेजी से प्रगति हो रही है. गत डेढ़ वर्षों में दोनों प्रधानमंत्री बहुपक्षीय बैठकों के दौरान चार बार मिल चुके हैं.

दोनों देशों के बीच संबंधों का स्तर 2009 में बढ़कर 'रणनीतिक साझेदार' का हो गया था. तभी से दोनों देशों ने महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार दिया है.

ऑस्ट्रेलिया द्वारा विदेश नीति पर 2017 में प्रकाशित श्वेत पत्र में भारत को 'हिन्द महासागर के देशों में विशिष्ट सामुद्रिक शक्ति' और 'ऑस्ट्रेलिया का अग्रणी साझेदार' बताया गया था.

क्रिटिकल और स्ट्रैटेजिक खनिजों के खनन और प्रसंस्करण के क्षेत्र में सहयोग के समझौते पर हस्ताक्षर.

Last Updated : Jun 5, 2020, 4:21 AM IST

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