तिरुवनंतपुरम : भारत के सबसे बड़े मंदिरों में शामिल सबरीमाला अयप्पा मंदिर नौ जून को खोला जाएगा. इसके लिए केंद्र ने दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कई सारे नियम बनाए हैं, जिसका पालन करने के बाद भी भक्तों को भगवान के दर्शन मिल पाएंगे.
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि सबरीमाला अयप्पा मंदिर में दर्शन के लिए वर्चुअल क्यू सिस्टम के माध्यम से अनुमति दी जाएगी. शुक्रवार को यहां मीडिया को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि एक समय में केवल 50 व्यक्ति पहाड़ी मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं. नीलकमल, पंबा और सानिधनम में मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के शरीर के तापमान की जांच के लिए थर्मल स्कैनर लगाए जाएंगे.
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दर्शन के लिए भक्तों को हर समय मास्क पहनना अनिवार्य है. नेय्याभिषेकम के लिए भक्तों को घी सौंपने के लिए एक विशेष काउंटर की व्यवस्था की जाएगी. यहां मौजूद सभी स्टाफ को मास्क और दस्ताने पहनने अनिवार्य है. मंदिर के पुजारियों द्वारा प्रसादम का वितरण नहीं किया जाएगा. केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार, 65 वर्ष से अधिक आयु और 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. कोविड नियमों के पालन में कोडियेट्टू और अरट्टू सहित धार्मिक अनुष्ठान और रीति-रिवाज सीमित होंगे. जैसे-जैसे भक्त वर्चुअल क्यू सिस्टम के माध्यम से पहुंचते हैं, उनके स्थान की जांच करना आसान हो जाएगा. सीएम ने यह भी स्पष्ट किया है कि सरकार ने दर्शन के लिए दूसरे राज्यों से आने वाले भक्तों के लिए कोई कदम नहीं उठाया है.