तिरुवनंतपुरम : भारत के सबसे बड़े मंदिरों में शामिल सबरीमाला मंदिर 75 दिनों के बाद 14 जून को भक्तों के लिए खोला जाएगा. हालांकि, इस दौरान कुछ प्रतिबंध लागू रहेंगे.
सबरीमाला अयप्पा मंदिर में दर्शन के लिए वर्चुअल क्यू सिस्टम के माध्यम से अनुमति दी जाएगी.
एक समय में अधिकतम 200 व्यक्तियों को मंदिर में दर्शन की अनुमति होगी और गर्भगृह के पास केवल 50 व्यक्तियों को अनुमति दी जाएगी.
दर्शन का समय सुबह चार बजे से दोपहर एक बजे तक और शाम चार बजे से 11 बजे तक होगा. धर्मस्थल में प्रवेश केवल पंबा के माध्यम से ही किया जाएगा और अन्य सभी प्रवेश बंद रहेंगे.
केरल देवस्वोम मंत्री कडकमपल्ली सुरेंद्रन ने कहा कि मंदिर में दर्शन के लिए अन्य राज्यों से आने वाले भक्तों को केरल सरकार के ई-जागृति पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा. पंजीकरण करते समय उन्हें भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा अनुमोदित कोरोना नेगेटिव प्रमाण-पत्र अपलोड करना होगा.
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भक्तों को अप्पम और अरावन प्रसाद ग्रहण करने के लिए ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी. नेय्याभिषेकम की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी. भक्त काउंटर से अभिषेक के बाद घी प्राप्त कर सकते हैं.
केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार, 65 वर्ष से अधिक आयु और 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. कोविड नियमों के पालन में कोडियेट्टू और अरट्टू सहित धार्मिक अनुष्ठान और रीति-रिवाज सीमित होंगे.
बता दें, जैसे-जैसे भक्त वर्चुअल क्यू सिस्टम के माध्यम से पहुंचते हैं, उनके स्थान की जांच करना आसान हो जाएगा. सीएम ने यह भी स्पष्ट किया है कि सरकार ने दर्शन के लिए दूसरे राज्यों से आने वाले भक्तों के लिए कोई कदम नहीं उठाया है.