मिनिपोलिस : अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत और पुलिस के हाथों अन्य अश्वेत लोगों की हत्या के विरोध में चल रहे प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है. ये न्यूयॉर्क से लेकर टुल्सा और लॉस एंजलिस तक फैल गया है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कारों में आग लगा दी, जिसके बाद दोनों पक्षों के लोग घायल हुए.
फ्लॉयड की मौत के बाद मिनिपोलिस में शुरू हुए प्रदर्शन ने शहर के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया, इसमें इमारतों को जला दिया गया और दुकानों में लूटपाट की गई. दरअसल, हाल ही में एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पुलिस अधिकारी को आठ मिनट से अधिक समय तक घुटने से फ्लॉयड की गर्दन दबाते हुए देखा गया, जो फ्लॉयड की मौत का कारण बना. वीडियो के सामने आने के बाद हिंसा और बढ़ गई. बता दें कि जॉर्ज फ्लॉयड को एक दुकान में नकली बिल का इस्तेमाल करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था.
अमेरिका में प्रदर्शन के दौरान लोग ना ही मास्क पहन रहे हैं और ना ही साशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों को कोरोना वायरस संक्रमण की चिंता सताने लगी है. वहीं इंडियानापोलिस में प्रदर्शनों के बीच पुलिस, गोलीबारी की कई घटनाओं की जांच कर रही है. पुलिस ने बताया कि कोई अधिकारी गोलीबारी में शामिल नहीं है वहीं गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत भी हुई है.
बढ़ाई गई ह्वाइट हाउस की सुरक्षा
इसी बीच वाशिंगटन में ह्वाइट हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. ह्वाइट हाउस के बाहर नेशनल गार्ड को तैनात किया गया है. साथ ही कुछ दूरी पर भीड़ को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सुरक्षाबल तैनात किए गए गए हैं. वहीं फिलाडेल्फिया में शांतिपूर्ण प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया जिसमें लगभग 13 अधिकारी घायल हो गए और प्रदर्शनकारियों ने चार पुलिस वाहनों को फूंक दिया.
कर्फ्यू का उल्लंघन
उटाह के सॉल्ट लेक शहर में भी प्रदर्शनकारियों ने कर्फ्यू का उल्लंघन किया जिसके बाद गवर्नर ने नेशनल गार्ड को तैनात किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस कार पलट दी और उसे फूंक दिया साथ ही एक अन्य वाहन में भी आग लगा दी. पुलिस ने बताया कि इस प्रदर्शन में एक पुलिस अधिकारी घायल हुआ है और छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.