नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में रविवार रात को उस वक्त हिंसा भड़क उठी, जब लाठी-डंडों से लैस कुछ नकाबपोशों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला बोल दिया. इस हमले में कई लोग घायल हुए हैं. हमलावरों ने परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के साथ काफी उत्पात भी मचाया. घटना को लेकर छात्र गुट एकदूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.
हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित कम से कम 28 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए एम्स व अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. जेएनयू के 11 छात्र अब तक लापता बताए जा रहे हैं.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि सेमेस्टर रजिस्ट्रेशन का समर्थन व विरोध कर रहे छात्र आमने-सामने आ गए, जिससे दोनों के बीच संघर्ष हो गया. इसी बीच रॉड और लाठी-डंडे लिए नकाबपोश बदमाशों ने छात्रावास के कमरों में तोड़फोड़ शुरू कर दी. साथ ही कई छात्रों पर हमला भी बोल दिया. इस मामले में दोनों छात्र गुट एकदूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.
वहीं इस मामले में इतिहास विभाग के एक प्रोफेसर आर महालक्ष्मी ने घटना का ब्योरा देते हुए कहा कि उन्होंने ने ही टी प्वाइंट पर शाम पांच बजे एक शांति बैठक आयोजित की थी. जैसे ही यह बैठक खत्म हुई बड़ी संख्या में लोग परिसर में दाखिल हुए और उन्होंने शिक्षकों और छात्रों पर हमला करना शुरू कर दिया.
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