वाराणसी :भारत में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उनके सम्मान में हर साल 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है. इस दिन को स्वामी विवेकानंद जयंती के रूप में भी जाना जाता है.1984 में सरकार ने उनकी जन्मतिथि को राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया था क्योंकि विवेकानंद राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में युवाओं के महत्व के बारे में मुखर थे.
भले ही भाजपा स्वामी विवेकानंद के भारत और हिंदू धर्म में योगदान के बारे में काफी मुखर रही है, लेकिन वाराणसी में उन्होंने अपने आखिरी दिनों में जिस जगह पर बिताया था, वह अब एक खंडहर है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र है इसके बावजूद इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और अब स्वामी विवेकांनद द्वारा बिताए गए दिनों की यादों के सिवा कुछ नहीं है.
गोपाल लाल विला वह स्थान है जहां जुलाई 1902 में अपनी मृत्यु से पहले विवेकानंद ने लगभग एक महीने का समय बिताया था.