नई दिल्ली : असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता व वरिष्ठ नेता वारिस पठान ने कहा था कि 15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ हिन्दुओं पर भारी पड़ेंगे. उनके इस बयान से उपजा विवाद बढ़ता जा रहा है. अब विश्व हिन्दू परिषद ने ओवैसी और वारिस पठान पर पलटवार किया है. विहिप के केंद्रीय संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि इस तरह के बयान व नारे नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करते समय कई अन्य स्थानों पर भी लगाए गए हैं.
डॉ. सुरेंद्र जैन ने वारिस पठान के बयान की कड़ी निंदा की है और कहा है कि इस दिशा में सोचने का भी दुस्साहस ना करें. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के बयानों से भी अधिक निंदनीय मुस्लिम नेताओं की चुप्पी है. ओवैसी सहित किसी भी स्थापित मुस्लिम नेता या सेकुलर बिरादरी ने इस बयान की भर्त्सना नहीं की. हर छोटी छोटी बात पर बड़े-बड़े वक्तव्य देने वाले इन लोगों की इस विषय पर चुप्पी भी अनेक प्रश्न खड़े कर रही है.
नागरिकता संशोधन अधिनियम पारित होते ही देश में अनेक स्थानों पर हुए हिंसक उपद्रव पर भी ये नेता चुप थे, लेकिन अगर किसी स्थान पर राष्ट्रीय सम्पत्ति व जनता के जानमाल की सुरक्षा के लिए वहां की सरकार ने कोई कार्रवाई की तो सभी ने आसमान पर सिर उठा लिया और नफरत भरी हिंसा को उचित ठहराने का काम किया. मुस्लिम नेताओं और सेकुलर बिरादरी का यह दोहरा चरित्र है, विरोध के नाम पर की गई व्यापक हिंसा व विषैले नारों तथा भाषणों से देश का ध्यान हटाने का यह कुटिल प्रयास है.