मेंगलुरु: पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी के नेता एसएम कृष्णा के दामाद वीजी सिद्धार्थ लापता हो गए हैं. आपको बता दें कि सिद्धार्थ कॉफी डे के मालिक हैं और वह 29 जुलाई को मंगलुरु आ रहे थे. खबरों के मुताबिक सिद्धार्थ सोमवार शाम को घर से निकले थे, तब से उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है. उनका मोबाइल भी स्वीच ऑफ आ रहा है.
पुल पर पहुंचकर गाड़ी से उतरे और फिर गायब
खबर के अनुसार वे मंगलुरु में नेत्रवती नदी के पास से लापता हो गए. सर्च ऑपरेशन जारी है. मंगलुरु पुलिस कमिश्नर संदीप पाटिल ने कहा कि वीजी सिद्धार्थ बेंगलुरु से यह कहते हुए निकले थे कि वह सकलेशपुर जा रहे है. लेकिन रास्ते में ड्राइवर से मंगलुरू जाने के लिए कहा. नेत्रावती नदी के पुल पर पहुंचकर सिद्धार्थ ने कार से नीचे उतरे और अपने ड्राइवर को जाने के लिए कहा.
'कैफे कॉफी डे' के मालिक वीजी सिद्धार्थ लापता, तलाश में जुटी पुलिस आपको बता दें कि एसएम कृष्णा समेत पूरा परिवार परेशान है. बता दें कि लापता सिद्धार्थ के तलाश में लिए दक्षिण कन्नड़ पुलिस लग गई है.
अपने पूरे परिवार के साथ वीजी सिद्धार्थ सीसीडी बोर्ड ने जारी किया बयान
वीजी सिद्धार्थ के लापता होने पर कॉफी डे ने अपना बयान जारी किया है. जिसमें कहा गया है, "हमारे चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर वीजी सिद्धार्थ कल शाम से लापता हैं. इस घटना से हम आहत हैं और हमारी प्रार्थना उनके परिवार व चाहने वालों के साथ है. बोर्ड ने आज एक इमरजेंसी बैठक की है. बोर्ड इस बता को लेकर आश्वस्त है कि कॉफी डे ग्रुप में सभी लोग अपने कर्तव्य को पहले की तरह निभाते रहेंगे."
बोर्ड स्थिति की जांच कर रही है और ऐसे कदम उठा रही है जिससे कारोबार पर कोई प्रभाव नहीं पड़े. बोर्ड वीजी सिद्धार्थ द्वारा 27 जुलाई को जारी किए गए पत्र को रिव्यू कर रही है और इसके एक कॉपी प्रशासन से भी शेयर की है. बोर्ड स्थानीय प्रशासन और राज्य प्रशासन का सपोर्ट चाहता है. कंपनी प्रशासन के साथ कॉपरेट कर रही है. इस घड़ी में हम अपने स्टेकहोल्डर्स, कर्मचारी, लेंडर, मीडिया और शुभचिंतकों से सपोर्ट चाहते हैं और आग्रह करते हैं कि हौसला बुलंद रखें.
लापता सीसीडी संस्थापक वीजी सिद्धार्थ की कार का अंतिम फुटेज खबर मिलते ही सिद्धार्थ के घर पहुंच रहें हैं नेता
सिद्धार्थ के लापता होने की खबर मिलते ही के बाद पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एसएम कृष्णा से उनके आवास पर मुलाकात की. इसके अलावा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमार स्वामी और कांग्रेस नेता डी शिवकुमार सहित कई अन्य नेता भी एसएम कृष्णा के बेंगलुरु आवास पर पहुंचे.
एसएम कृष्णा से मिले एचडी देवगौड़ा एसएम कृष्णा से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता सिद्धारमैया डीके शिवकुमार ने वीजी सिद्धार्थ के खत पर उठाया सवाल
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि इस घटना पर विश्वास करना मुश्किल है. वह देश के लिए एक संपत्ति है. उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कि क्या वह लापता है या कोई उन्हें ले गया है. उन्होंने कहा कि जो खत मीडिया में प्रसारित हो रहा है वह 27 जुलाई का है और सिद्धार्थ ने 28 तारीख को मुझे फोन करके पूछा था कि, "क्या हम मिल सकते हैं?" यह अविश्वसनीय है कि उनके जैसा साहसी व्यक्ति इस तरह के खत का सहारा लेगा.
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि इस घटना पर विश्वास करना मुश्किल है. वह देश के लिए एक संपत्ति है. उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कि क्या वह लापता है या कोई उन्हें ले गया है.
चेयरमैन के लापता होने से निवेशक परेशान
सिद्धार्थ के लापता होने के बाद बीएसई पर सीसीडी का शेयर 20 प्रतिशत तक गिर गया और यह 52 हफ्ते के सबसे निचले स्तर 154.05 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा है. कंपनी ने कहा कि कंपनी का प्रबंधन पेशेवर लोगों के हाथ में है. इसका नेतृत्व प्रतिस्पर्धी लोग कर रहे हैं जो कारोबार का सुचारू संचालन सुनिश्चित करेंगे. कंपनी के बाजार पूंजीकरण में 813 करोड़ रुपये की गिरावट आयी.
कॉफी डे एंटरप्राइजेज लि. (सीसीडी) का शेयर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने सिद्धार्थ को किया परेशान: कांग्रेस
कांग्रेस के वरिष्ट नेता संजय निरुपम ने कहा कि मोदी सरकार इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का दुरुपयोग कर रही है. सरकार ईडी, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, सीबीआई का दुरुपयोग करके कारोबारियों को परेशान करने की कोशिश कर रही है. निरुपम ने ट्वीट करके कहा कि पिछले 20 वर्षों में कैफे कॉफी डे बड़ी सफलता हासिल की लेकिन अचानक इसके मालिक और संस्थापक सिद्धार्थ आज कह रहे हैं कि वह उद्यमी के रूप में विफल रहे. और वह गायब है. आखिरकार उन्हें किसने फेल किया ? आर्थिक नीति? बाजार की ताकत या उपभोक्ता व्यवहार? या मंदी आ गई है?
जानकारी देते कांग्रेत नेता संजय सामने आया सिद्धार्थ का भावुक खत
वी.जी. सिद्धार्थ का कर्मचारियों व निदेशक मंडल के नाम लिखा खत सामने आया है. खत में लिखा है कि "हर वित्तीय लेन-देन मेरी ज़िम्मेदारी है. कानून को मुझे, और सिर्फ मुझे उत्तरदायी समझना चाहिए." खत में वी.जी. सिद्धार्थ ने फाइनेंशियल और फेल बिजनेस मॉडल के बारे में लिखा है.
सिद्धार्थ का कर्मचारियों को पत्र खत में उन्होंने लिखा है, ''मुझे माफ कर दीजिये उन सभी लोगों को छोड़ने के लिए जिन्होंने मुझे काफी भरोसा जताया था. मैं एक बिजनेस मैन के रूप में विफल रहा हूं. मैंने लंबे समय तक लड़ाई लड़ी, लेकिन आज मैंने हार मान ली क्योंकि मैं अब अधिक दबाव नहीं झेल सकता हूं."
'कैफे कॉफी डे' के मालिक वीजी सिद्धार्थ लापता पत्र में वी.जी. सिद्धार्थ ने यह भी दावा किया है कि इनकम टैक्स के पूर्व अधिकारी ने उनके साथ उत्पीड़न किया था. हालांकि उन्होंने खत में उनका नाम और पहचान नहीं बताया है. बता दें कि सितंबर 2017 में सिद्धार्थ के दफ्तर पर आयकर विभाग के अधिकारियों ने छापा मारा था. इसके चलते उन्होंने अपनी कंपनी को एक खत भी लिखा था. इसमें उन्होंने कंपनी के घाटे में चलने का विवरण दिया है.
सिद्धार्थ द्वारा बैंकों से लिए गए कर्ज की राशि 200 से अधिक पुलिसकर्मी कर रहें हैं तलाश
दक्षिण कन्नड़ जिले के उपायुक्त सेंथिल शशिकांत सेंथिल ने कहा, "उन्होंने (सिद्धार्थ) चालक से उनके आने तक रुकने को कहा. जब वह दो घंटे तक वापस नहीं आए तो चालक ने पुलिस से सम्पर्क कर उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई." उन्होंने यह भी बताया कि 200 से अधिक पुलिसकर्मी और गोताखोर 25 नौकाओं के जरिए उनकी तलाश कर रहे हैं.
उपायुक्त ने बताया कि खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है. मंगलुरु के पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने एक संदेश में कहा, "तलाश में स्थानीय मछुआरों की मदद ली जा रही है. हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने किस-किससे फोन पर बात की थी." साथ ही कंकनाडी सिटी पुलिस स्टेशन में भी इसकी शिकायत दर्ज की गई है. सिद्धार्थ जिस जगह से लापता हुए हैं, वहां पर एक नदी है, जिसमें पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही है.
'कैफे कॉफी डे' के मालिक वीजी सिद्धार्थ लापता,तलाश में जुटी पुलिस आपको बता दें कि साथ ही इस मामले में भाजपा सांसद शोभा करंदलाजे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें यह पत्र सौंपा, और वीजी सिद्धार्थ का पता लगाने के लिए केंद्र सरकार की मदद मांगी गई है. इसके अलावा उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी पत्र लिख कर मदद की मांग की है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सौंपा पत्र मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पिछले दो साल में सीसीडी को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा था. कंपनी ने कई जगहों पर अपने छोटे आउटलेट बंद भी कर दिए थे. खबरें तो यहां तक थी की सीसीडी को कोका कोला
कंपनी को बेच दिया जाएगा. हालांकि इस साल मार्च तक देशभर में सीसीडी के 1,752 कैफे थे. इसके अलावा मलेशिया, नेपाल और मिस्र में भी सीसीडी के कैफे हैं