नई दिल्ली : बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के बयान का पलटवार करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने कभी अपने और अपने परिवार के बारे में नहीं सोचा. IIT खड़गपुर से पढ़कर निकला था, तो विदेश जा सकता था, लेकिन मुझे देश के लिए कुछ करना था. उसके बाद नौकरी छोड़कर भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा लिया, कोई आतंकवादी ऐसा करता है!. प्रवेश वर्मा के बयान पर केजरीवाल ने कहा कि जनता ही तय करेगी कि मैं आतंकी हूं या उनका सेवक.
उन्होंने कहा,' मैं डायबिटीज का मरीज हूं, दिन में 4 बार इंसुलिन लेता हूं. डायबटिज का मरीज अगर 3-4 घंटे कुछ ना खाए तो उसकी मौत हो सकती है. ऐसे में दो बार देश के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ मैंने अनशन किया, 10 दिन का और 15 दिन का. देश के लिए मैंने अपनी जान तक दांव पर लगाई.
उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में इन लोगों ने मेरा शोषण करने का कोई मौका नहीं छोड़ा है. मेरे घर और ऑफिस पर छापेमारी की. मेरे खिलाफ केस दर्ज कराया. ऐसा व्यक्ति कैसे आतंकी हो सकता है?.
केजरीवाल ने कहा कि मेरे माता-पिता को कल बहुत दुःख हुआ, उनका कहना है कि बेटा कट्टर देश भक्त है. आज यह दिल्ली वालों पर फैसला छोड़ता हूं कि वो मुझे भाई मानते हैं, बेटा या आतंकवादी.'
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'कल बीजेपी के नेताओं ने 'केजरीवाल आतंकवादी है' कहा, क्या शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए इंतजाम करने वाला आतंकवादी होता है. बुजुर्गों को तीर्थयात्रा पर भेजा तो क्या मैं आतंकवादी बन गया.