नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. कोरोना के सक्रिय मामलों की बढ़ती संख्या के साथ देश के लिए वेंटिलेटर की उपलब्धता एक बड़ी चुनौती है. इस बीच भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने भारतीय रेड क्रॉस के मुख्यालय में भारत को 100 वेंटिलेटर की पहली खेप सौंपी है.
रेड क्रॉस के सेक्रेटरी जनरल आर.के. जैन ने कहा कि इंडियन रेड क्रॉस काफी खुश है. इससे दोनों देशों के बीच के संबंधों का पता चलता है.
कोरोना महामारी से जंग में मदद के लिए अमेरिका से 100 वेंटिलेटर भारत को मिले हैं. बता दें कि इन वेंटिलेटरों को अमेरिकी फर्म जॉल ने बनाया है और इन्हें शिकागो से भारत भेजा गया है.
बता दें कि बीते दिनों डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया था, 'मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि अमेरिका अपने दोस्त भारत को महामारी से जंग में मदद के तौर पर वेंटिलेटर दान करेगा.'
भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी ने कहा कि भारत में अमेरिकी राजदूत केनेथ जस्टर ने मंगलवार को कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई में सहायता के लिए भारत को 100 वेंटिलेटर की पहली खेप सौंपी.
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मई में घोषणा की थी कि अमेरिका कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए भारत को वेंटिलेटर दान करेगा और अदृश्य दुश्मन से लड़ने में मदद करेगा.
इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के महासचिव आर के जैन ने आईआरसीएस राष्ट्रीय मुख्यालय में राजदूत जस्टर से वेंटिलेटर के लिए अमेरिकी एजेंसी की पहली किस्त स्वीकार की.
इंडियन रेड क्रॉस ने कहा कि वह भारत को कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई में सहायता करने के लिए अत्याधुनिक वेंटिलेटर देने के लिए अमेरिकी सरकार को धन्यवाद देते हैं.
आईआरसीएस ने कहा कि ये वेंटिलेटर महामारी के दौरान गंभीर रूप से बीमार रोगियों को लाभान्वित करेंगे.
इन उच्च गुणवत्ता वाली मशीनों का उत्पादन मैसाचुसेट्स स्थित जोल मेडिकल कॉर्पोरेशन द्वारा किया गया है. एक अमेरिकी अधिकारी ने पिछले महीने कहा था कि अमेरिकी सरकार कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के प्रयासों के तहत भारत को 200 वेंटिलेटर दान करने की योजना बना रही है.
अधिकारी ने पिछले महीने अमेरिकी दूतावास द्वारा आयोजित एक ब्रीफिंग में कहा था कि यूएसएआईडी ने भारत के लिए कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए 2.9 मिलियन अमरीकी डालर की घोषणा की है, जिसमें देश में प्रभावितों के लिए देखभाल, आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य संदेशों को प्रसारित करने, मामले की खोज, संपर्क ट्रेसिंग और निगरानी करना शामिल है.