अमेरिका के रक्षा मुख्यालय पेंटागन के अनुसार इन रक्षा प्रक्षेपास्त्र प्रणालियों की बिक्री से अमेरिका-भारत के बीच रणनीतिक संबंध मजबूत होंगे. साथ ही यह अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा को भी बेहतर बनाने में मदद करेगी.
अमेरिकी रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (सीएससीए) ने बुधवार को अमेरिकी संसद को जानकारी दी कि डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने ‘लार्ज एयरक्राफ्ट इंफ्रारेड काउंटरमेजर (लैरकैम) और ‘सेल्फ-प्रोटेक्शन सुइट्स’ (एसपीएस) की बिक्री को मंजूरी दे दी है. इस सौदे की अनुमानित लागत 19 करोड़ डॉलर है.
अमेरिका का यह निर्णय ऐसे समय आया है जब हाल ही में भारत सरकार ने लैरकैम और एसपीएस प्रणाली देने के लिए उससे अनुरोध किया था.