नई दिल्ली : भाजपा ने राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर कांग्रेस पर सनसनीखेज आरोप लगाये हैं. भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने 2008 में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एक समझौता किया था, जिसमें राहुल गांधी ने हस्ताक्षर किए और सोनिया गांधी पीछे खड़ी थीं.
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के बीच रिश्ते पर सवाल उठाते हुये केन्द्रीय कानून मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता ने पूछा कि आखिर पार्टी से पार्टी का रिश्ता क्यों बना? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ये बताएं कि मनमोहन सिंह के सरकार के 10 साल में कितने ऐसे पार्टियो के साथ एमओयू साइन किया है.
राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए डोनर की सूची को दिखाते हुये रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह सूची 2005-06 की है. इस सूची से साफ है कि चीन की दूतावास से डोनेशन लिया गया. उन्होंने पूछा कि ऐसा क्यों क्यों हुआ? क्या जरूरत पड़ी है? इसमें कई उद्योगपतियों, पीएसयू का भी नाम है.
रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि क्या ये काफी नहीं था कि चीन के दूतावास से भी रिश्वत लिया गया. उन्होंने कहा कि 2009-11 की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और चीन के बीच एफटीए उचित है. दोनों पक्ष के सहयोग से और भी संभव है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एक व्यापक एफटीए होना चाहिए, जिसमें निवेश भी हो और सामानों और सेवाओं का आयात भी हो. लेकिन यूपीए के कार्यकाल में 33 गुना व्यापार घाटा बढ़ गया. उसी समय चीन के दूतावास से रिश्वत लिया गया. चीन के साथ इतना प्यार क्यों हुआ?